मेरी चुदक्कड़ दीदी को पापा और मैंने चोदा

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Didi ki chudai story:- हेलो फ्रेंड्स मेरा नाम कुछ भी समझो में अपना नाम बताना नहीं चाहता!! मेरी स्टोरी एन्जॉय करनी है तो पढ़ने के साथ अपना हथियार अपने हाथों मे लेके ज़रूर हिलाएँ। मैं बता दू की मैं इंसेस्टियन हूँ मुझे मेरी बड़ी दीदी पे क्रश है. कुछ डिटेल्स अपनी दीदी के बारे में बता दूँ. मेरी दीदी का नाम है दीपाली. उनका फिगर 34 का दूध, 30 की कमर, 34 की गांड है तो सोचो कैसी गदरायी हुयी है मेरी दीदी. देखने में खूबसूरत है और गोरी तो है ही 24 साल की जवानी उछल उछल के बाहर आती है उससे. मुझे उनकी बॉडी में सबसे अच्छा उनके बूब्स लगते हैं, उसके बूब पे ब्राउन निप्पल. वैसे तो वो बहुत शरीफ है पर सेक्स करते टाइम एकदम खुल्लम खुल्ला रंडी बन जाती है. हमारे घर में मम्मी, पापा, दीदी और मै 4 लोग ही थे. सबसे पहले ज्यादा टाइम ना लेते हुए मैं ये बताऊंगा की ये सब शुरू कैसे हुआ??

Didi ko choda maine aur papa ne

कहानी शुरू होती है एक साल पहले, जब मैंने अपना बारहवीं का एग्जाम दिया था, तो छुट्टी चालू हो गयी। दिन भर कोई काम नहीं घर में पड़े रहते थे. लंच करके हम सभी दोपहर में थोड़ा रेस्ट लेते थे, या सोने चले जाते थे. एकदिन लंच करके मै लेता था अपने बिस्तर पे तो मुझे सुसु आया तो मै वाशरूम गया. यहाँ मै बता दूँ कि हमारे घर में कोई अटैच वाशरूम नहीं था। 2 वाशरूम थे, लिविंग रूम में तो मै वहां गया. जब वापस जा रहा था तो दीदी के रूम में झांक के देखा तो दीदी नहीं थी, मैंने भी ज्यादा नहीं सोचा. शाम को मम्मी ने बुलाया तो मै उठ गया और मम्मी के पास गया, तो पता चला दीदी कही नहीं है. तब मुझे याद आया वाशरूम से आते टाइम दीदी अपने रूम में नहीं थी, मैंने यह बात मम्मी को बताई. मम्मी ने बताया उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ है. कुछ देर बाद पापा अपने दोस्त को लेके आ गये और फिर मै, पापा और पापा के दोस्त अंकल तीनो बाहर चले गए दीदी को ढूंढ़ने. मम्मी घर में थी अगर दीदी वापस आ जाए इसीलिए. मै एक तरफ और पापा और अंकल दूसरे तरफ निकल गए.

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काफी देर बाद अँधेरा हो गया मै एक अंडर कन्स्ट्रकशन बिल्डिंग था, उसमे पास आ गया तो मुझे ऊपर के फ्लोर में लाइट दिखा. यहाँ मै बता दू कि बहुत टाइम से बिल्डिंग का काम बंद था, तो कोई था नहीं वहां. लाइट देख के मै वहाँ गया देखने, कि कौन आ गया यहाँ. मै ऊपर की फ्लोर की ओर सीढ़ियों से जाने लगा, मेरे दिल की धड़कन तेज़ हो गयी, क्योंकी वहाँ जाना डेंजर भी हो सकता है. मै ऊपर के फ्लोर पे आ गया और लाइट की ओर जाने लगा। ब्रिक का वाल बना हुआ था और मै उसमे पास जाके साइड से अंदर झाँका तो मेरे पैरो तले जमीन खिसक गई. अंदर का नजारा कुछ ऐसा था कि एक लड़की नीचे लेटी थी एकदम नंगी और एक लड़का उसके ऊपर उसकी चूत में अपने तने हुए लंड से चुदाई कर रहा था. सब से बड़ी बात कि वो लड़की कोई और नहीं मेरी सगी दीपाली दीदी थी. मेरी दीपाली दीदी फ्लोर के ऊपर, सीमेंट की खाली पैकेट के ऊपर एकदम नंगी लेटी थी। Didi ki chudai story

लड़के के लंड के हर एक धक्के से दीदी के दूध झटके खाके हिल रहे थे. मै वहां यह हैरानी से देख रहा था, मेरे अंदर अजीब सी फीलिंग आने लगी और मेरे अंडरवियर के अंदर मेरा लंड खड़ा होने लगा। फिर मुझे कुछ याद आया और मै चारो ओर देखने लगा, मैंने ध्यान से देखा कि लाइट मोबाइल की टोर्च का था। अब यह नहीं पता कि वो मोबाइल की टोर्च का था या मोबाइल मे वीडियो रिकॉर्ड हो रहा था. मै पीछे हटा और आसपास देखा तो दीवार में एक जगह दोनों ईंट के बीच में सीमेंट नहीं था। मै वहां से देखने लगा अंदर की चुदाई. मैंने होल से अंदर देखा, मेरी आँखों के सामने मेरी सगी दीदी चुदवा रही थी अपने यार से. दीदी को माथे से पैर तक मै ध्यान से देखने लगा तो मैंने देखा उसकी हालत बहुत ख़राब थी. दीदी के बाल बिखरे हुए थे पुरे सरीर में खरोच और बाईट के निशान थे. दीदी की पूरी बॉडी के ऊपर पानी की बुँदे थी, अब यह नहीं पता की वो पानी पसीना का था या लंड से निकला हुआ वीर्य. दीदी को मैंने लंच के बाद से नहीं देखा, मतलब की दीदी तबसे यहाँ अपने यार से चुदाई करवा रही थी. तब मुझे लगा दीदी के ऊपर वो पानी की बुँदे लंड का वीर्य था.

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यह सब देख के मेरा लंड एकदम खड़ा हो गया। मुझे पता ही नहीं चला की कब मैंने पैंट की चैन खोलके अपने लंड को आजाद किया और दीदी की नंगी जवानी देख के धीरे धीरे लंड हिलाने लगा. मै सब कुछ भूलके दीदी की चुदाई देखने लगा उसकी चुदासी सिसकी सुनके लंड जोर जोर से हिलाने लगा. मैं उस लड़के को ध्यान से देखने लगा की कौन है, तो पता चला यह पड़ोस की गली में रहने वाला असलम था. यानि मेरी दीदी अभी एक मुसलमान के लंड से अपनी चूत की गर्मी शांत कर रही थी. पता नहीं क्यो लेकिन मेरे अंदर और जोश आ गया जब यह पता चला मेरी दीपाली दीदी को चोदने वाला एक मुस्लिम है मै और जोर से लंड हिलाने लगा. असलम ताबड़ तोड़ अपने लंड को मेरी दीदी की चूत में अंदर बहार कर रहा था. दीदी भी मजे से लंड के हर एक धक्के का जवाब अपनी चूत उछाल उछाल के और सिसकी से दे रही थी. असलम दीदी के दोनों दूध को अपने हाथो से मसल रहा था। दीदी उसकी पीठ को अपने हाथों से सहला रही थी और अपने दांत से निचले होंठ को काट रही थी.

असलम दीदी की आँखों में देख रहा था तो दीदी उसको आंख मारके फ्लाईंग किस देके असलम को और गरम कर रही थी. मैंने बचपन से जिस दीदी को हमेशा पूरे कपड़े पहने देखा उसका ऐसा रूप देख के मेरे गोटे सख्त हो गये. जिस दीदी ने रक्षा बंधन पे राखी बांधी उसी दीदी की चुदवाती नंगी जवानी देख के मेरे गोटे के अंदर शुक्राणु आके जमा होने लगा. इधर दीपाली दीदी और असलम का चुदाई चल रहा था बहुत देर से। सच में मुस्लिम के लंड का स्टैमिना बहुत होता है. अब मै यहाँ काफी टाइम से दीदी की चुदाई देखते हुए अपने लंड को हिला रहा था. लंड के टोपे के ऊपर से चमड़ी को लंड के टोपे से ऊपर नीचे करते हुए हिला रहा था। यह इमेजिन कर रहा था कि असलम की जगह मै खुद मेरी अपनी सगी दीदी को चोद रहा हूँ. जैसे ही मैंने यह इमेजिन किया की दीदी को मै चोद रहा हूँ तो मैंने अपनी आंखे बंद कर ली और इमेजिनेशन में दीदी की रसदार चूत में लंड डालके अपनी सगी दीदी को चोदने लगा.

दीदी अपनी चूत के लिप को टाइट और ढीला करके मेरे लंड को मजे देने लगी. दीदी हस्ती हुयी मुझे कहने लगी चोद भाई चोद मुझे चोद अपनी दीदी को बहनचोद चोद मुझे। सभी ने मेरी चूत के मज़े लिए है अब तू भी ले ले अपनी दीदी की चूत का मज़ा. दीदी के दूध को अपने हाथों से मसलने लगा और निप्पल को मुँह से चूसने लगा और यह भी इमेजिन किया कि उसके निप्पल से दूध निकल रहा है जो मै पी रहा हूँ. उसके मीठे मीठे दूध को पीके मै और जोर से दीदी की चूत में अपने लंड से धक्का दे के चुदाई करने लगा और फिर मेरे से रहा नहीं गया तो मै दीदी की चूत में लंड की वीर्य निकालके उसकी चूत भर दिया. जब मैंने आंख खोला तो मैंने देखा मेरा हाथ लंड के पानी से भरा हुआ था, उधर दीदी की चुदाई अभी तक जारी थी. मैंने अपना रूमाल निकाला और वीर्य पोंछके हाथ साफ किया. इतने देर से लंड हिलाके मै थोड़ा हाफने लगा, तो मैं थोड़ा रुका फिर मैंने आसपास देखा तो मुझे लगा मुझे अब चलना चाहिए और मै वहां से वापस चला गया. Didi ki chudai story

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मै वहां से थोड़ा दूर एक गली में जाके छुप गया फिर मुझे पापा और अंकल दूर से आते दिखाई दिए. पापा की नजर उस अंडर कन्स्ट्रकशन बिल्डिंग पे गयी. दोनों बिल्डिंग में जाने लगे तो मै भी गली से बाहर आके उनके पीछे पीछे वही वापस आ गया, दीदी जहाँ चुदवा रही थी. हम तीनो ऊपर गए तो दीदी की चीख सुनाई दी. पापा, मै और अंकल आ गये लाइट के पास और हमने देखा दीदी नीचे से उछल उछल के लंड ले रही थी और असलम बहुत तेज़ तेज़ धक्कों से दीदी की चुदाई कर रहा था. मै तो पहले ही देखा था और लंड भी हिलाया था लेकिन मैंने अब अपने पापा की ओर देखा वो तो स्टेचु बन गए थे। अपनी खुद की बेटी को चुदवाते हुए देख के. जब मेरी नजर अंकल की ओर गयी तो अंकल अपनी बड़ी बड़ी आँखों से दीदी के नंगी जिस्म का मजा ले रहे थे और फिर मैंने देखा अंकल अपने एक हाथ से पैंट के ऊपर से लंड सहला रहे थे. अचानक अंकल की नजर मेरे ओर हुई और फिर उन्होंने मुझे एक आंख मारी। मै थोड़ा हैरान हो गया फिर मुझे महसूस हुआ मै भी अपना लंड पैंट के ऊपर से सहला रहा था.

फिर पापा को होश आया और पापा जोर से चिल्लाये, यह क्या हो रहा है!! हम तीनो दीदी के एकदम पास चले गए, लेकिन असलम अभी तक चुदाई कर रहा था, लगता है उसका क्लाइमेक्स आ गया है. पापा ने जाके असलम को पकड़ के दीदी से दूर करने का ट्राई किया. उधर अंकल ने जाके दीदी को पकड़ के नीचे से उठाने का ट्राई किया और इसी बहाने दीदी के दूध और गांड के ऊपर से हाथ फेर दिया. मुझे पता चल गया था, अंकल एक नंबर का हरामी है और उनकी नजर मेरी दीदी पे है. पापा ने जोर लगाके असलम को आखिरकार दूर किया, असलम का टाइट लंड दीदी की रसदार चूत से जैसे ही आजाद हुआ एक फ़च का साउंड आया. और उसी टाइम असलम के लंड ने बहुत तेज़ वीर्य का पिचकारी छोड़ा जो दीदी के बॉडी पे गिरा, तो मेरा यकीन पक्का हो गया कि वो पानी की बुँदे जो दीदी की बॉडी पर दिख रही थी वो वीर्य ही की थी. जब दोनों अलग हुए तब जाके दीदी और असलम को होश आया। असलम पापा को धक्का देके वहाँ से भाग गया और दीदी को याद आया कि वो नंगी है तो वह अपने हाथों से अपने जवानी को छुपाने लगी. मैंने उस मोबाइल को हाथ में लिया तो उसमे वीडियो रिकॉर्डिंग चल रहा था, लेकिन उसका बैटरी खत्म होने को था। तभी मैंने वीडियो ऑफ किया और अपने फ़ोन का लाइट ऑन किया. फिर मुझे याद आया और मैंने टोर्च ऑफ करके वीडियो रिकॉर्डिंग ऑन किया और मोबाइल रख दिया ताकि सबको दिखे. उधर अंकल ने दीदी को पकड़ के दीदी के हाथ पकड़ के चूचियों से हटाया और बोलने लगे..

अंकल – उस लड़के ने अंदर तो नहीं छोड़ा और फिर उन्होने दीदी की चूत के अंदर अपना एक फिंगर घुसा दिया.

दीदी थोड़ा सिसकी लिया तो अंकल ने 2 फिंगर घुसाया और अंदर बहार करने लगा जोर जोर से. पापा दीदी के सामने बैठ के दीदी की चूत को देखने लगे, यह चेक करने के लिए कि लड़के ने अंदर वीर्य छोड़ा है की नहीं जैसा अंकल ने बोला था. अंकल के तेज़ फिंगरिंग करने से दीदी उछलने लगी और दीदी की चूत ने बहुत सारा पाना छोड़ दिया. दीदी थोड़ा वीक सी हो गयी और अंकल के कंधो पे सर रख के हाँफने लगी और अपनी आंखे बंद कर ली. अंकल ने मौके का फायदा उठाके दीदी के लिप्स पे अपना लिप रखा और दीदी के होंठों का रस पीने लगे. जब दीदी ने अपना पानी निकाला तो पापा और गौर से दीदी की चूत देखने लगे. पापा से छुपके अंकल दीदी के मजे ले रहे थे, अंकल की नजर मेरे ओर गयी और मुझे एक आंख मारी और जिस हाथ में दीदी का पानी था, उस हाथ से मुझे इशारा दे के पास बुलाया और वही दोनों फिंगर दिखाया. मैने थोड़ा इधर उधर देखा और दोनों फिंगर को अपने मुँह में डालके दीदी की चूत का पानी चाटने लगा, क्या टेस्ट था दोस्तों बता नहीं सकता. Didi ki chudai story

फिर अंकल अप्पा से बोले… अंकल – आपकी बेटी कब से गायब थी?

तो पापा बोले दोपहर से.

अंकल बोलने लगे मतलब तब से लगातार यह यहाँ उस आवारा लड़के से चुद रही थी, पता नहीं कितनी बार उसने आपकी बेटी की चूत में पानी छोड़ा है आपकी बेटी अब पक्का प्रेग्नेंट होगी कोई मेडिसिन भी काम नहीं करेगा अब तो.

मेरे पापा ज्यादा पढे लिखे नहीं थे, तो वो अंकल की बात सच समझने लगे, पापा बोलने लगे..

पापा – मै तो बर्बाद हो जाऊंगा.

मुझे पता था अंकल झूठ बोल रहे है, लेकिन मैंने अंकल का साथ दिया, आखिर मुझे भी दीदी को चोदना था.

मैंने भी बोला – हाँ पापा अब दीदी का क्या होगा, अंकल आप ही बताये कोई दूसरा रास्ता है क्या.

दीदी भी अंकल की बात से डर गयी थी कि कहीं सच में वो प्रेग्नेंट हो गयी तो क्या होगा. अंकल और मै दोनों एक दुसरे के मन की बात समझ गए थे, दोनों को दीदी की जवानी के मजे लेने थे. तो अंकल बोले एक रास्ता है लेकिन बहुत मुश्किल है.

पापा बोले – मै कुछ भी करूँगा, बस बेटी प्रेग्नेंट ना हो जाये.

अंकल बोले कि आपने अपनी बेटी की चूत उस लड़के के वीर्य से भरा हुआ नही देखा, जैसे मैंने फिंगर डाला कितना पानी निकला.

तो पापा बोले – अब क्या करे बताये. अंकल चुपके से मेरी और देखे और आंख मारी फिर पापा की ओर देखा और बोले..

अंकल – अब एक ही रास्ता है इसकी चूत से वीर्य निकालना.

पापा बोले – वो कैसे? कही फिरसे आप फिंगर डालेंगे तो वीर्य बहार निकलेगा.

अंकल बोले फिंगर से और नहीं निकलेगा जितना मुझे लगता है. आपकी बेटी की चूत बहुत गहरी है उस लड़के ने जरुरी बच्चेदानी तक लंड डालके वीर्य छोड़ा होगा, उतना लम्बा फिंगर ना तो मेरे पास है ना ही किसी और के है.

तो फिर पापा बोले अब हम क्या करे इसको हॉस्पिटल ले चले क्या?

अंकल तुरंत बोले – पागल है क्या आप की बेटी यहाँ चुदवा रही थी, यह बात आप सभी को बताना चाहते है क्या, जो हॉस्पिटल लेके जायेंगे.

पापा अंकल से सॉरी बोले – यह तो पापा ने सोचा ही नहीं अभी उनकी नाक कट जाती.

अंकल बोले मै जो बोलूंगा वो आपको मानना पड़ेगा यह लास्ट उपाय है.

पापा बोले बताइये क्या उपाय है.

अंकल ने एक लम्बी सांस छोड़ी और बोले – देखिये अब हमे आपकी बेटी को चोदना होगा.

पापा चिल्लाये और बोले – यह कैसी बातें कर रहे है आप.

अंकल बोले उस लड़के ने बहुत देर तक आपकी बेटी को चोदा है और अंदर वीर्य छोड़ा है. हमे आपकी बेटी को चोदना होगा और उसको चरम सुख देना होगा ताकि उसकी चूत पानी छोड़े तो साथ में लड़के का वीर्य भी बाहर आ जाए.

पापा बोले यह काम हम पानी से नहीं कर सकते क्या!

तो अंकल जी बोले नहीं पानी इसकी बच्चेदानी तक नहीं जायेगा.

यह सब बाते सुनके दीदी शर्माने लगी कि उसकी फिरसे चुदाई होगी वो भी पापा और छोटे भाई के सामने.

पापा बोले – लेकिन यह फिर आपके वीर्य से प्रेग्नेंट होगी.

अंकल बोले उस लड़के को आपकी बेटी की जवानी के मजे लेना था उसको कोई फर्क नहीं पड़ता आपकी बेटी माँ बन जाये लेकिन मै उसके अंदर अपना वीर्य नहीं छोड़ूंगा.

पापा अब समझे अंकल की बात तो पापा ने दीदी की ओर गुस्से देखा और बोले सुन लिया ना अब क्या करना है.

दीदी शर्माने लगी और डरी डरी सी बोली – जी पापा मुझे माँ नहीं बनना मुझे माफ़ कर दो मै सब करुँगी जो आप लोग बोलोगे.

अंकल ने सब सेट कर लिया झूठी बातों से पापा और दीदी को डराके.

अंकल बोले – देखिये मै आपकी बेटी को चोदूँगा लेकिन आप जानते है हमारी उम्र में वो दम नहीं. मै बहुत देर तक आपकी बेटी को नहीं चोद सकता और इसको आपको बहुत देर तक चुदवाना है ताकि यह बार बार अपनी चूत से पानी छोड़े. Didi ki chudai story

तो पापा बोले – अब क्या होगा आपको कैसे भी करके मेरी बेटी को देर तक चोदना है.

अंकल बोले अगर में 20 साल का होता तो बात और थी लेकिन इस उम्र मे मेरे से ज्यादा नहीं होगा. लेकिन घबराइए नहीं आपके पास भी लंड है.

पापा बोले अरे यह कैसे हो सकता है मै अपनी ही बेटी को कैसे चोदूँ, मेरे से नहीं होगा आप कुछ भी कीजिये लेकिन मुझे अपनी ही बेटी को मत चोदने को बोलिये.

अंकल मेरी और देख के बोले आप आपका बेटा ही है जो कम उम्र का है यह आपकी बेटी को बहुत देर तक चोद सकता है वरना आपकी बेटी आज प्रेग्नेंट तो जरूर होगी.

पापा ने मेरी ओर देखा और बोले बेटा तुम्हे अपनी सगी बहन को चोदना ही होगा वरना वो माँ बनेगी.

पापा की बात सुनके मेरे अंदर लड्डू फूटने लगे मै अंकल को थैंक यू कहने लगा अंदर ही अंदर. अंकल ने खुद के साथ मुझे भी मेरी दीदी को चोदने का मौका दिया था. मैं पहले थोड़ा झिजक के बोला पापा मेरे लिए यह बहुत मुश्किल है अपनी ही दीदी को चोदना. जिसने मुझे राखी बांधी उसी की चूत में अपना लंड डालके चोदना और चरम सुख देना. पापा को लगा मै अब राज़ी नहीं हूँगा तो दीदी माँ जरूर बन जाएगी पापा अंकल की ओर देखने लगे. Didi ki chudai story

तो अंकल बोले देखो बेटा अभी यह तुम्हारी दीदी नहीं एक हसीन लड़की है.

अंकल दीदी के बूब्स को हाथो से मसलने लगे और बोले इसके बड़े बड़े बूब्स देखो.

दीदी की चूत के अंदर अपनी फिंगर डालके बोले इसकी रसदार चूत देखो. तुम यह समझो यह तुम्हारी दीदी नहीं स्वर्ग की अप्सरा है और आज यह तुमसे चुदवाने आयी है.

पापा भी अंकल का साथ देके बोलने लगे बेटा तुम्हारे सामने जवान लड़की नंगी खड़ी है तुम मना कर रहे हो कैसे मर्द हो.

तो फिर मै बोला ठीक है पापा आज यह मेरी दीदी नहीं है.

अंकल बोले तो यह क्या है बोलो बोलो.

मै बोला यह आज हमारी रंडी है.

पापा बोले तुम इसको रंडी ही समझो तुम्हे आज इसको चरम सुख देना होगा ताकि यह बार बार चूत से पानी छोड़े.

तो फिर मैंने दीदी की ओर देखा और बोला.. दीदी मै तुम्हे चोदने को रेडी हूँ पर बदले मे मेरी एक बात माननी होगी.

दीदी बोली भाई मै माँ नहीं बनना चाहती मै उसके लिए तुम्हारी कोई भी बात मानूंगी.

मैंने बोला दीदी आज तुम हमारी रंडी हो आज तुम्हे चोदके मै बहनचोद बनूँगा. तो अगर मै बहनचोद बना तो तुम्हे फुल ओपन होके बहनचोद भाई की रंडी दीदी बनना होगा.

दीदी को कुछ समझ नहीं आया तो दीदी बोली वो कैसे भाई तुम बताओ मै सब करुँगी.

दीदी को जब चुदते देखा तो लंड हिलाते हुए मैंने इमेजिनेशन में दीदी को चोदा था. तब दीदी मेरे इमेजिनेशन में हस्ते हुए मुझे गालिया देते हुए रंडी जैसे मुझे चुदवा रही थी. मुझे वो सीन याद रहा, भला मै उसे कैसे भूल सकता था। काश वो पल सच हो जाये और यहाँ वो पल सच होने को है.

मै बोला दीदी तुम मेरे साथ ओपनली चुदाई करनी होगी सब के सामने और शर्माके नहीं वल्कि एकदम रंडी जैसी हस्ते हुए मेरे लंड को लेना होगा अपने चूत में. साथ में एक रंडी जैसी गालियां और गन्दी बाते करना होगा मुझे एकसाइटिड करना होगा ताकि मै तुम्हे और जोर से चोदूँ.

दीदी बोली भाई अगर मेरे ऐसे करने से तुम मुझे चोदोगे और ज़ोर से चोदोगे तो उसमे मेरा ही भला है. मेरी चूत से पानी निकलेगा तो मै माँ नहीं बनूँगी, इसलिए आज मै एक रंडी बनूँगी अपने बहनचोद भाई की रंडी दीदी. Didi ki chudai story

मैंने पापा की ओर देखा और बोला.. पापा आपको भी एक काम करना है.

पापा बोले – बोलो बेटा क्या करना होगा मुझे.

मैंने बोला – पापा आप दीदी को नहीं चोदना चाहते है ना.

पापा बोले.. हाँ बेटा यह मै नहीं कर सकता कि अपनी ही बेटी की चूत में अपना लंड डालूँ.

मैंने कहाँ ठीक है चूत में मत डालिये, लेकिन आप दीदी में मुँह में लंड डाले और दीदी आपका लंड चुसके आपको मजे दे.

पापा बोले पर बेटा तुम ऐसा क्यों चाहते हो इससे क्या होगा.

मैंने बोला पापा यहाँ बात दीदी की चुदाई की नहीं वल्कि दीदी को देर तक चोदना होगा. मेरे लिए भी यह थोड़ा मुश्किल होगा. मैंने पापा को बताया पापा, मुझे देर तक चुदाई करने के लिए कुछ उत्तजित चीज़ चाहिए. मैंने बताया मै जब पोर्न देखता हूँ स्पेशली जिसमे लड़की के तीनो छेद में लंड हो तो मै बहुत उतेजहित होता हूँ. मै और अंकल मिलके दीदी की चूत और गांड दोनों मारेंगे और आप दीदी के मुँह को चोदना। इससे मै उतेजहित होके दीदी को देर तक चोदूँगा.

पापा मेरी बात मान गए. फिर हमने यह सोचा कि सुरु कैसे करे.. तो सबसे पहले पापा मम्मी को कॉल करके बोले कि उनको कही से पता चला है दीदी दूसरे सिटी गयी है अपने किसी सहेली के साथ. हम तीनो वहाँ जाके दीदी को लेके आएंगे। मम्मी टेंशन न ले यह बोलके पापा फ़ोन रख दिए और बोले आज रात भर बेटी तुम्हे रंडी बनना होगा.

दीदी फिर डरती हुयी बोली मुझे माँ नहीं बनना उसके लिए आप लोग मेरे तीनो छेद अच्छे से चोदो मै सभी को अपनी जवानी का मजा दूंगी आप सब जी भरके मेरी जवानी का रस पीजिये.

फिर मैने, अंकल और पापा ने अपने अपने कपड़े उतारे. जब अंकल ने अपना अंडरवियर निकाला तो उनका लंड देखने लायक था बहुत बड़ा. मुझे पता चल चुका था कि अंकल ने झूठ बोला कि वो ज्यादा देर दीदी की चुदाई नहीं कर सकते ताकि मुझे मेरी दीदी को चोदने का मौका मिले. Didi ki chudai story

अंकल दीदी के बूब्स मसलते होये बोले… बेटी कितनो से चुदवाया है?

तो दीदी बोली अभी तक 6 बीएफ़ से चुदवाया है.

यह सुन के हम सब हैरान हो गये हमे पता चल चुका था कि दीदी एक छिनाल रंडी है.

पापा बोले मेरी बेटी 6 लोगो से चुदवा चुकी है और मुझे पता ही नहीं चला.

फिर अंकल मेरी ओर देख के बोले पहले मै तेरी दीदी को चोदता हूँ.

अंकल ने मेरी बहुत हेल्प किया तो मैंने भी बोला है अंकल आप ही शुरुवात कीजिये.

अंकल ने दीदी को वापस नीचे लिटाया जहाँ कुछ देर पहले वो असलम से चुदवा रही थी. फिर अंकल ने सीधा दीदी की चूत में अपना लंड डाल दिया। दीदी एकदम से चिल्लाई मगर वो फिर शांत भी हो गयी। इससे पता चल गया की उसको चुदाई की बहुत आदत है वो तो अंकल का लंड 10 इंच का था वरना छोटे मोटे से तो दीदी को फर्क भी ना पड़ता. अंकल ने एक बार मे आधा लंड घुसाया दीदी की चूत में, फिर जब दीदी शांत हुयी तो पूरा लंड घुसाया. पर इस बार दीदी भी रेडी थी उसने अंकल के लंड के धक्के का जवाब अपनी चूत को उछाल के दिया. फिर सुरु हुयी दीदी और अंकल की जोरदार चुदाई।

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