सहेली का पति संतुष्ट करता है मुझे

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Saheli Ka Pati Sex Story : मैं नोएडा में रहती हूं मेरा नाम सपना है आज मैं अपनी सेक्स कहानी आपको सुनाने जा रही हूं। यह मेरी सच्ची सेक्स कहानी है जो नॉनवेज storynew bangla choti kahini के माध्यम से सुना रही हूं। यह मेरी पहली कहानी है इस वेबसाइट पर रोजाना आकर मैं यहां पर कहानियां जरूर करती हूं यहां की कहानियां बहुत ही हॉट और सेक्सी मुझे लगती है।

मेरी उम्र 28 साल है मैं खूबसूरत और जवान औरत हूं। दो छोटे-छोटे मेरे बच्चे भी हैं। अभी अभी स्कूल जाना शुरू किया है। मैं योगा करती हूं सुनील पूल में रोज नहाने जाती हूं। मेरे बड़े सारे फ्रेंड्स हैं सबके साथ मेरा उठना बैठना है और मैं बहुत खुश रहने वाली औरत हूं। पर कई बार जिंदगी में कुछ ऐसे मोड़ आते हैं जहां पर लोग बहक जाते हैं वैसे मैं भी बहक गई हूं। जैसे आपको भूख लगे तो खाना चाहिए वैसे ही जब सेक्स की इच्छा पूरी नहीं हो अपने घर में अपने पति के साथ तो वह औरत बाहर भी जा सकते हैं।

क्योंकि आजकल जमाना बदल गया है पहले का जमाना कुछ और था जैसा पति मिला उसी के साथ जिंदगी काट लेती थी औरतें। पर अब ऐसा नहीं है अब बाहर निकल के अपने जिस्म की गर्मी अपने मनपसंद आदमी के साथ सेक्स करके शांत करते हैं वैसा ही मैं भी कर रही हूं। मैं भी किसी के प्यार में पड़ गई हूं रोजाना जब तक उनका मोटा लंड अपनी चूत के अंदर नहीं लेती हूं तब तक मुझे संतुष्टि नहीं होती है। यह सब कैसे हुआ आइए जानते हैं।

मेरी एक दोस्त है जूली, जूली का हस्बैंड बहुत ही सेक्सी और हॉट आदमी है। मेरे से वह थोड़ा बड़े हैं, जब मैं पहली बार उनसे मिली थी तभी मैंने डिसाइड कर लिया था कि मैं इनके साथ सेक्स संबंध बनाकर ही रहूंगी। उसी दिन से जूली की हां मेरा ना जाना ज्यादा हो गया और मैं आने जाने लगी। जोली स्कूल में टीचर है और उनके जो पति हैं वह एक आईटी कंपनी में काम करते हैं। उनका जाना बहुत कम होता है वह घर से ही काम करते हैं इसलिए वह घर पर ही रहते हैं।

जोली अपने बच्चों के साथ सुबह सुबह स्कूल चली जाती है और मैं भी अपने बच्चों को स्कूल बस चढ़ाकर वापस आ जाती हूं। मेरा पति 7:00 बजे ही ऑफिस के लिए चला जाता है क्योंकि उसको गुडगांव जाना होता है हम लोग नोएडा में रहते हैं। 1 दिन की बात है जूली के पति जिनका नाम विकास है वह मुझे बाहर ही मिल गए थे मैं बच्चे को छोड़ कर आ गई थी मैंने उनको हेलो भैया बोला। उन्होंने मुझे हेलो बोला और उन्होंने कहा कि आप मुझे भैया बोलते हो तो अच्छा नहीं लगता है।

फिर उन्होंने ऑफर किया कि चलिए चाय पिलाते हैं आपको मैं खुद अपने हाथों से चाय बना लूंगा आपके लिए और मैं उनके घर चली गई जूली तो थी नहीं। मैंने उनसे यह भी कहा कि अगर जूली को पता चल जाएगा तो उसके अब्सेंट में मैं उसके पति के हाथ का चाय पी रही हूं तो शायद मुझे दोबारा ने भी नहीं देगी। और हो सकता है वह मुझसे दोस्ती भी तोड़ दे तो उन्होंने कहा आप बताओगे क्योंकि आप यहां पर आए हो मैं भी नहीं बताऊंगा आप भी मत बताना। यही से शुरुआत होती है प्यार की कहानी सेक्स की कहानी नई जिंदगी की कहानी एक कदम आगे बढ़ने की कहानी जब दोनों में से कोई ऐसा बोले कि हम लोग अपने पत्नी को यह बात नहीं बताएंगे कि हम दोनों मिल रहे हैं तो समझ लीजिए कि वहां लाइन बिल्कुल क्लियर है आप सेक्स कर सकते हैं।

इतना सुनते ही मैं उनको बोली आपका इरादा कुछ और तो नहीं है उन्होंने कहा मुझे तो आपके इरादे पर शक हो रहा है। और हम दोनों ही हंसने लगे, मैं तो पहले से ही उनको पसंद करती थी इस वजह से किसी ना किसी को आगे बढ़ना था मुझे लगा कि अगर कहीं आज मौका मिला और वह भी खराब हो गया तो गड़बड़ हो जाएगा इस वजह से मैं थोड़ा आगे बढ़ गई। मैंने उनको साफ साफ कह दिया कि मैं तो आगे बढ़ने के लिए तैयार हूं अब अपना देख लो। उन्होंने कहा मैं भी तो इसी इंतजार में हूं कि आप थोड़ा आगे बढ़े मैं थोड़ा आगे बढ़ो और ऐसा ही हुआ हम दोनों थोड़ा थोड़ा आगे बढ़े और एक दूसरे की बाहों में आ गए।

मैंने कहा पहले चाय तो पी लेते उन्होंने कहा चाय बाद में पी लेंगे पहले दूध तो पी ले और उन्होंने मुझे गोद में उठाकर अपने बेडरूम में लेकर। नाईट ड्रेस में ही थी अभी तक में उन्होंने ऊपर से मेरे को उतार दिया मेरे आंखों को खोल दिया और मेरे पजामा नीचे सरका कर भी खोल दी। मैंने खुद से अपनी पेंटी उतार दी। मेरी बड़ी बड़ी गोल-गोल चूचियां को देखते ही वह दबोच लिए दोनों हाथों से मेरे चुचियों को दबाने लगे मेरे निप्पल को पीने लगे मैं सिसकारियां लेने लगी। मेरी चूत धीरे-धीरे गीली होने लगी थी। मुझसे रहा नहीं जा रहा था मैंने उनको अपनी बाहों में भर लिया उनका लंड पकड़ लिया। उनका लैंड बहुत मोटा और लंबा था।

अब हम दोनों एक दूसरे को किस करने लगे एक दूसरे को चूमने लगे। हम दोनों ही एक दूसरे के होठों को चूमने लगे। धीरे-धीरे उन्होंने अपना जीभ मेरे मुंह में डाल दिया मैं भी अपना जीभ मुंह में डाल दी यहां से शुरू हो गया सेक्सी खेला। अब हम दोनों ही एक दूसरे को खुश कर रहे थे एक दूसरे के शरीर को टटोल रहे थे मेरी चुचियों को वह दबा रहे थे मैं भी उनके लंड को पकड़ कर हिला रही थी। मैंने दोनों टांगों को अलग अलग कर दिया उन्होंने अपना हाथ मेरे चूत पर रखा उस दिन ही मैंने चूत के बाल साफ किए थे तो मेरी चूत बिल्कुल साफ लग रही थी उन्होंने जैसे ही मेरी चूत को देखा और उंगली अंदर डाला उन्होंने कहा बहुत टाइट लग रहा है आपका चूत जूली।

तुम्हें बोलें टाइट इसी वजह से है क्योंकि ज्यादा लंड आता जाता नहीं है इसमें। उन्होंने कहा क्या बात है पति खुश नहीं कर पाता तो मैं बोली अगर पति खुश कर पाता तो आज मैं सुबह-सुबह आपके बेड पर क्यों लेटी होती। इससे उनका मन और भी सेक्सी हो गया और टूट पड़े। उन्होंने दोनों टांगों के बीच में बैठकर मेरी चूत को चाटने लगे दोनों हाथों से मिली चुचियों को दबाते हुए जब मेरी चूत को चाहते थे तो मैं पानी पानी हो जाती थी। मेरी चूत काफी गीली हो गई थी मेरी चूचियां तन गई थी निप्पल खड़े हो गए थे मेरे होंठ सूख रहे थे सिसकारियां ले रही थी मैं। अंगड़ाइयां ले रही थी उनको बाहों में भर रही थी उनका लंड भी पूरा खड़ा हो गया था।

मैंने टांगें फैला दी और उनको नशीली आंखों से देखी उनको समझ आ गया कि मुझे लंड चाहिए उन्होंने अपना मोटा लंड मेरी चूत के छेद पर लगाया और घुसा दिया चुचियों को मसलते हुए होंठ को चूमते हुए जोर-जोर से अपना लंड मेरी चूत के अंदर घुस आने लगे मैं गांड गोल गोल घुमा घुमा कर चुदवाने लगी उनसे। 20 मिनट की चुदाई में मैं पसीने पसीने हो गई फिर मैंने उनको नीचे लिटाया और जो मेरा फेवरेट  पोज है, उनके लंड को पकड़ कर अपने चूत के छेद पर रख कर बैठ गई पूरा लंड जब अंदर चला गया तो उनके छाती को सहलाते हुए जोर-जोर से गांड पटक पटक कर उनका पूरा लंड अपनी चूत के अंदर लेने लगी और मजे करने लगे मेरे दोनों बड़ी-बड़ी चूचियां हिल रही थी वह बार-बार मेरे चुचियों को दबा रहे थे और मैं जोर जोर से झटके दे दे कर उनका पूरा लंड अपनी चूत के अंदर ले रही थी।

फिर उन्होंने मुझे घोड़ी बना दिया मेरे गांड की तरफ से मेरे चूत के अंदर लंड लगाया और जोर से घुसा दिया मेरे चूतड़ पर वह थप्पड़ मारते थे और जोर जोर से धक्के दे देकर मुझे चोद रहे थे मुझे बहुत अच्छा लग रहा था मेरी चूत काफी ज्यादा गीली हो गई थी और सफेद सफेद मक्खन निकल रहा था वह थोड़ी थोड़ी देर चाट जाते थे जैसे ही मक्खन निकलता था। करीब डेढ़ घंटे तक उन्होंने मुझे चोदा मैं भी खूब चुदी अपने वासना की अग्नि को शांत कि उसके बाद मैं भी झड़ गई वह भी झड़ गए ‘

आधे घंटे तक हम दोनों एक दूसरे को पकड़ कर ले फिर मैं उनके लिए चाय बनाई और उनको पिलाई। उस दिन के बाद से जब जूली स्कूल चली जाती है और मेरा पति ऑफिस चला जाता है उसके बाद हम दोनों एक दूसरे को खुश करते हैं। अब तो ऐसा लगता है कि वह मेरे पति रहे और मैं उनकी पत्नी। उस दिन के बाद से मैं काफी ज्यादा संतुष्ट हूं अपनी सेक्स जिंदगी में अब मुझे बहुत अच्छा लग रहा है।

मैं आपको दूसरी कहानी जल्द ही नॉनवेज storynew bangla choti kahini पर लिखने वाली हूं तब तक के लिए आप सभी मित्रों को मेरा प्यार भरा नमस्कार।

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