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मैं हूँ नेहा। मैं उन्नीस साल की हूँ। आज मैं आपको अपनी कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर सुनाने जा रही हूँ। ये कहानी बहुत अहम् है मेरे लिए और आपके लिए इस कहानी में मैं बताउंगी की आखिर क्या हुआ था। उस दिन जो मैं अपने होने वाले ससुर से चुदवाना पड़ा। शायद मेरे लिए अच्छा था। पर कभी सोचती हूँ नहीं ये मेरे लिए बुरा है। क्यों की अब तो शेर के मुँह में खून लगा चुकी हूँ। और हो सकता है आने वाले समय में भी मेरी चुदाई करे मेरा ससुर। ये तो बाद में ही पता चलेगा क्यों की शादी के अभी सात दिन ही हुए है मैं गोवा में हूँ हनीमून मनाने के लिए। पर जब वापस जाउंगी तो पता नहीं दो दो बिस्तर गरम करना पड़े।
आज तो मैं आपको उस दिन की कहानी सुनाने जा रहूं। दोस्तों मैं एक लड़के से प्यार करती थी और उसी से शादी करना चाहती थी। मेरे घर वाले इस शादी के खिलाफ थे तो मैं लड़के से बात की और भागकर दिल्ली आ गई यानी सब कुछ छोड़छाड़ कर। जा दिल्ली आई तो किसी को भी मेरे बारे में पता नहीं था की मैं कहा हूँ। क्यों की मैं दिल्ली आकर उस लड़के से नहीं मिली। क्यों की मुझे पहले से पता था अगर मैं पहले मिलती तो मेरे घर वाले को लगता की मैं उसी के पास गई हु। इसलिए मैं सात दिन तक एक होटल में रुक गई। वह अकेली ही रही। मेरे घर वाले ढूंढ़ते ढूंढ़ते दिल्ली भी आ गए। पर जब वो उस लड़के से मिले तो पता चला मैं उसके साथ नहीं हूँ।
तो सब लोगो वापस लौट गए। अब मैं अपने होने वाले पति राजीव को फ़ोन की कि मैं सबकुछ छोड़कर आ गई हूँ। तुमसे शादी करने के लिए। दोस्तों राजीव काफी आमिर है और मैं रही एक शिक्षक की बेटी। राजीव का दिल्ली में चार चार मकान है एक कार का शोरूम है। वो भी मुझसे बहुत प्यार करता है। मैं तो ये समझ कर शादी की ताकि मेरी ज़िंदगी सेट हो जाये भले इसके लिए कुछ भी कीमत चुकानी पड़े।
दोस्तों जब मैं राजीव से फ़ोन पर बात की तो वो बोला शादी मैं अपने पापा की पसंद से ही करूंगा। मेरे तो तलवे के निचे से जमीं खिसक गई। मैं परेशान हो गई की अब क्या होगा। उसी रात को राजीव दो दिन के लिए चीन चला गया व्यापार के सिलसिले में। मैं अब परेशां होने लगी अब मेरा क्या होगा। तो मैं दूसरे दिन राजीव के पापा को फ़ोन की। और उनको सारी बात बताई। राजीव ने मेरे बारे में पहले ही उनको बता दिया था की मैं होटल में ठहरी हूँ।
वो बोले मैं अपने बेटे की शादी ऐसे जगह करूंगा जो लड़की हॉट हो और खुले विचार की हो। तो मैं बोली हॉट हूँ मैं और खुले विचार की हूँ अगर आप मुझे अपनाएंगे तो आपके भी तौर तरीके सिख जायेंगे। तो वो बोले हॉट हो या नहीं मुझे कैसे पता। मैं जानता हूँ राजीव तुमसे बहोत प्यार करता है और शादी भी करना चाहता है पर ये सब मेरे ऊपर है वो मेरे ऊपर छोड़ दिया है की मैं जो करूँ उसको मंजूर होगा इसलिए वो दो दिन के लिए विदेश चला गया है।
अगर तुम चाहती हो तुम्हारी शादी राजीव से करवाऊं तो मेरी भी कुछ शर्त है। दोस्तों मैं तो कोई भी शर्त को मानने के लिए तैयार थी। मैं बोली आप आ जाइये होटल में जो भी आपकी शर्त है बात करते हैं। वो अपने ऑफिस का काम ख़तम करने मुझे फ़ोन किया की मैं आठ बजे तक आऊंगा तुम तब तक अपना होटल खाली कर कनाट प्लेस का एक फाइव स्टार का एड्रेस और बुकिंग दे दिए बोले तुम वह जाकर रुको। क्यों की मैं पहले पहाड़गंज में थी जहा छोटे से होटल में रह रही थी। मैंने वैसा ही किया और पहिच गई आधे घंटे में।
वो आठ बजे आये। कमरे में ही शराब मंगाए। उन्होंने मुझे भी ऑफर किया पर मैं नहीं पि। फिर वो बात करने लगे। दिल्ली मेरी भी पत्नी नहीं है। मैं सप्ताह में एक दिन ऐसे ही होते में आता हूँ और कॉल गर्ल को बुलाकर अपनी जिस्म की गर्मी को शांत करता हूँ। अगर तुम मुझे महीने में भी एक दिन दोगी चोदने तो मुझे इस शादी से कोई एतराज नहीं है। अब आप खुद ही सोचिये मैं क्या कहती मैं चाहती थी अच्छी ज़िंदगी जीना। और शहर में रहना। तो मैं बोली उनको मैं तो आपकी बहु बनने वाली हूँ तो कोई ससुर ऐसा कर सकता है ? तो वो बोले तो ठीक है ससुर किसी और को बना लेना और तुम लौट लाओ वापस।
मैं सोची कुछ दिन की तो बात है यानी महीने में एक दिन फिर मैं अपना चाल चलूंगी और इसका गांड फाड़ूंगी। ऐसे सोचकर मैं हां बोल दी अभी मुझे सिर्फ राजीव को पाना था। पर वो बोले अब मैं तुमसे पहले ही बोल चुका हूँ की मैं हॉट लड़की से राजीव की शादी करवाउंगी। तो मैं बोली आप मुझे देख लो हॉट हूँ। तो वो बोले ऐसे मुझे नहीं पता चलेगा। तुम्हे सारे कपडे उतारने पड़ेंगे ताकि में देख सकूँ तुम कितनी हॉट हो।
दोस्तों मैं अपने कपडे उतार दी और नंगी हो गई। वो मेरे करीब आ गए और मेरी चूचियों से खेलने लगे मुझे उलट कर पलट कर देखने लगे और फिर चूमने लगे। मैं भी मना नहीं की मुझे पता था आज क्या होगा। पर मैं सोच रही थी ये करना जरुरी है नहीं तो शायद मेरी शादी टूट जाएगी। उन्होंने मेरे जिस्म के साथ खेलना शुरू कर दिया। और मेरी चूचियां पिने लगे। छूट चाटने लगे। वो मेरे होठ को चूसने लगे।
मैं भी धीरे धीरे करके उनके हाथों की कठपुतली हो गई। मैं भी मजे ले लेना चाहती थी। और मैं भी उनको अपनी आगोश में ले। मैं भी उनके लौड़े को पकड़ कर चूसने लगी। उनके छाती को सहलाने लगी। और उनके जिस्म के साथ खेलने लगी। अब मुझे वो अपनी बाहों में भर लिए और चूचियां मसलने लगे. मैं अब कामुक हो चुकी थी। मेरे बदन में चुदाई का जहर फ़ैल चुका था अब मैं लौड़ा अपने चूत में चाह रही थी।
उन्होंने मेरे टांगो को अपने कंधे पर रखा। और मेरी चूत पर लौड़ा लगाया और उन्होने जोर से धक्का मारा उनका पूरा लौड़ा मेरी चूत में समा गया। मैं पहले से भी चुदी थी तो ज्यादा दर्द नहीं हुआ था और मजे लेने लगी। चुदवाने लगी गांड उठा उठा कर। और फिर मैं खुद हावी हो गई। अब वो मुझे नहीं चोद रहे थे अब मैं उनको चोद रही थी। वो निचे थे मैं ऊपर थी और जोर जोर से अपना गांड पटक रही थी उनके लंड पर। उनके होठ को को चूस रही थी। और गांड पटक रही थी उनका लौड़ा मेरी चूत में सप सप जा रहा था। पुरे कमरे में सिर्फ मेरी ही आवाज निकल रही थी। वो तो अपने लंड सँभालने में लगे थे कही टूट नहीं जाये।
दोस्तों उनका लौड़ा कई बार मुड़ते मुड़ते बचा। पर मैं काफी ज्यादा सेक्सी हो गई थी। और जोर जोर से चोदे जा रही थी उनको। अचानक वो झड़ गए। और मैं अभी भी शांत नहीं हुई थी। और मैं अपना नाख़ून भी उनके पीठ पर गड़ा दी। उनके होठ चूस लिए चूचियां मुँह पर रगड़ दी।
दोस्तों वो बोले इतना अग्रेसिव मत होना राजीव तुमको खुश कर सकता है मैं तो पचपन साल का हो गया हूँ मुझे तो बस एक महीने में आराम से दे देना। मैं भी उनके हां में हां मिलाई। और फिर दोनों खाना खाने होटल में ही चले गए। खाना खाकर वो मेरे साथ ही सोये और रात भर बात किये। चुदाई के बाद वो काफी बदल गए थे ऐसा लग रहा था उनका एक मन था चुदाई के पहले चोदने का और पूरा हो गया। शादी के लिए भी हाँ कर दिया था उसी रात को। और चौथे दिन ही मेरी शादी हो गई।
अब मैं दूसरी कहानी जल्द ही नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर पोस्ट करने वाली हूँ तब तक के लिए धन्यवाद.