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Sister-in-law understands, brother has fucked me : क्या एक भाई अपनी बहन को चोदता है? आपका जवाब होगा नहीं। पर मैं यहां पर आपको अपनी सच्चाई बताने के लिए आई हूं। मेरा भाई मुझे चोदा यानी एक भाई ने अपनी बहन को चोदा। यह मेरी सच्ची कहानी है और नॉनवेज storyBangla choti golpo पर यह मेरी पहली कहानी है। मैं इस वेबसाइट पर आकर रोजाना सेक्स कहानियां पढ़ती हूं यहां की कहानियां बहुत ही हॉट और सेक्सी होती है और नहीं होती है ऐसा लगता है कहानी जीवंत हो। तो आइए सीधे में कहानी पर आती हूं आपका समय बर्बाद नहीं करूंगी मुझे पता है आपका समय कितना कीमती है।
मेरा नाम रानी है मैं 21 साल की हूं। मेरी शादी मेरे भैया के शादी से मात्र 15 दिन पहले हुआ है। आप ऐसा कह सकते हैं कि भाभी इधर आई और मैं उधर गई। एक बार ऐसा संजोग बन गया था। कि मैं आई और उसी दिन भाभी को अपना मायका जाना था। भैया भाभी को जाने के लिए मना कर रहे थे वह जाने नहीं देना चाह रहे थे। इसका कारण यह था कि उनको नई नई दुल्हन और नई नई चूत मिला था तो कौन अपनी नई नवेली दुल्हन को छोड़ता है। रोजाना चुदाई का आदत जो लग जाती है।
पर भाभी को जाना बहुत जरूरी था इसलिए मम्मी और पापा ने डिसाइड किया कि बहू को भेज देंगे। दूसरे दिन बेटे को कहेंगे कि तुम भी वही चले जाओ पर उनका जाना बहुत जरूरी था भाभी का और भैया जाने देने को राजी ही नहीं थे। तो प्लान बन गया कि भैया को बिना बताए ही भाभी को भेज दिया जाएगा। और मैं उसी दिन सुबह अपना मायका आई थी। यह बात मेरे भैया को नहीं पता था क्योंकि वह ऑफिस टूट पर गए थे।
और यह किसी को पता भी नहीं था कि वह आज ही आने वाले हैं सबको पता था कि कल आएंगे। शाम को 9:00 बज रहे थे। मम्मी और पापा दोनों सत्संग में गए थे। मैं घर पर अकेली थी। डोर बेल बजा। बाहर अंधेरा था वहां पर बल्ब खराब हो गया था इस वजह से कुछ दिखाई नहीं दे रहा था मैं जाकर दरवाजा खोली। वैसे ही भैया अंदर आ गए। अंधेरे में मैं साफ-साफ उनको नहीं दिखाई दी उनको लगा कि मैं भाभी हूं। नई नई दुल्हन तो एक जैसी ही दिखाई देती है क्योंकि सारी सबकी लाल होती है एक जैसे ही लगती है।
वह आते ही मुझे झपट कर अपनी बाहों में ले लिया और मैं कुछ बोलने लगी वैसे उन्होंने मेरे मुंह पर अपना हाथ रख कर मेरी आवाज को बंद कर दिया। और जोर से वह दबाकर रखें। अपना बैग वही नीचे रखा और हमें वह कोने में ले गए। मैं छुड़ाने के प्रयास कर रही थी पर असफल रही क्योंकि मैं थोड़ा नहीं पा रही थी एक हाथ से वह मेरे मुंह को दबाए हुए थे। वह पीछे ले जाकर वहीं पर कोने में पीछे से मेरे साड़ी को ऊपर किया मेरे पेंटी को नीचे किया और मुझे झुकाया मेरे मुंह को दबाए हुए थे।
अपना लंड मेरी चूत के ऊपर रखा और जोर से घुसा दिया। जल्दी-जल्दी वह चोदने लगे। मैं कुछ भी नहीं बोल पा रही थी बस वह पीछे से धक्का दिए जा रहे थे जा रहे थे। उनका था मे मुझे दिन-रात बजाया थारी चूत के अंदर तक पहुंच रहा था मुझे दर्द भी हो रहा था क्योंकि मेरा पति भी बेदर्दी से मुझे 15 दिन तक खूब चोदा था। मैं कुछ भी नहीं कर पाई बस चुदाई रही। अब धीरे-धीरे मजा भी आने लगा था मुझे क्योंकि लैंड का चस्का तो मुझे भी लग गया था जैसे मेरे भाई को चूत का चस्का लगा हुआ था।
मैं सोचा कि जो करना था वह तो कर दिया भैया ने तो मुझे चोद दिया अब जो बात हो गई हो गई तो मजा ही ले लेते हैं। मैं शांत हो गई और वह पीछे से धक्का दिए जा रहा था। फिर उसने अपना हाथ आगे कर मेरे ब्लाउज के हुक खोल दिया। मैं चुप ही रहे फिर उसमें ब्रा का हुक खोल दिया और दोनों हाथों से मेरी बड़ी बड़ी चूचियों को पकड़ कर मसलने लगा। चूचियां मसलते हुए भैया होली से बोले रे तेरे बूब्स बड़े-बड़े कैसे हो गए। अब मैं क्या कहती कि मैं भाभी नहीं मैं बहन हूं।
चुपचाप ही रही वह मसल रहे थे मेरे सूचियों को और पीछे से धक्का दे दे कर चोद रहे थे। वह फिर से मसलने लगे मेरी चुचियों को और फिर बोले कि तेरे चूचियां तो बड़ी बड़ी हो गई। तेरा निप्पल भी बड़ा हो गया है लग रहा है। और चूचियां तुम्हारी गदराई हुई लग रही है। मैं कुछ भी नहीं बोली। जोर-जोर से वह और भी चोदना शुरू कर दिया। मेरी लंबाई मेरे शरीर की बनावट मेरे मोटाई भाभी जितनी बड़ी ही है अब भाभी जैसी ही है पर मेरी चूचियां थोड़ी बड़ी है और भाभी की चूचियां थोड़ी छोटी है। उन्होंने और जोर जोर से धक्का दे दे कर अपना सारा माल मेरी चूत के अंदर ही गिरा दिया।
और अपना पेंट ऊपर करके बेल्ट लगा लिया। बैग उठाकर अंदर की तरफ चले गए घर में कोई था नहीं वहीं से बोले मम्मी पापा कहां है। मैं आगे गई और बोली तो वह लोग सत्संग गए हैं। वह हैरान हो गया परेशान हो गया मुझे देखकर। उसने कहा तुम? हां मैं आज आई हूं मैं बोली। उन्होंने कहा तुम थी जाने क्यों लोग यह पूछना चाह रहे थे कि कोने में जिस की चुदाई हुई वह कौन थी। मैंने कहा हां मैं ही थी वहां पर। भाभी कहां गई? मैंने कहा वह मायके गई है कल आपको भी वहां पर जाना है। आप तो कल आने वाले थे। भाभी को मायके जाना बहुत जरूरी था मम्मी पापा को लगा था कि आप नहीं भेजोगे इसलिए आपसे बिना पूछे आज भेज दिया और वह दोनों बोल रहे थे कि कल तुम भी वही चले जाना।
वह शर्म से पानी पानी हो गया उसको समझ आ गया कि वह भाभी नहीं मैं थी अपनी बीवी को नहीं उसने अपनी बहन को चोदा। उसने कहा तुम कुछ बोली क्यों नहीं। मैं बोली कि तुमने तो हाथ अपना मेरे मुंह पर कस के दबा रखा था। उसने कहा मैं इसलिए दबा रखा था। ताकि घर वाले को पता नहीं चले कि मैं क्या कर रहा हूं। या वह मुझे मना कर दी थी इसलिए मैंने ऐसा किया। बहन मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई। मुझे नहीं पता तुम थी मुझे लगा कि तुम्हारी भाभी है। मुझे माफ कर दे मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं अपनी बहन के साथ सेक्स कर लूंगा लेकिन आज मैंने अपना आपा खो दिया।
मैंने कहा कोई बात नहीं हो जाता है ऐसे भी अब मैं कुमारी नहीं हूं शादीशुदा हूं। अभी मम्मी पापा का फोन आ गया। मैंने उनको बता दिया था कि भैया आए हुए हैं। उन्होंने जब यह सुना के भैया आ गए तो मम्मी पापा ने डिसाइड किया कि फिर मैं सुबह आऊंगा मैं मासी के यहां रुक जाती हूं मासी मेरी वही बगल में रहती है। मैंने कहा ठीक है आप लोग एंजॉय कीजिए मासी के घर और सत्संग से जल्दी ही उनके घर पहुंच जाना।
भैया को खाना निकाल कर दी उन्होंने हाथ पैर धोकर खाना खाया। बार-बार वह मुझे देख कर मुस्कुरा रहे थे मैं भी मुस्कुरा रही थी। मैंने कहा बड़े जोर जोर से धक्के देते हो। उन्होंने कहा क्यों तुम्हें मजा नहीं आया। मैंने कहा मजा नहीं आता तो चुपचाप क्यों रहती बाद में तो मैं चुपचाप हो गई। उन्होंने कहा तुम्हारे बूब्स बहुत टाइट और बड़े बड़े हैं बहुत सॉलिड है। इतना कहकर वह मेरी तरफ देखने लगे। फिर उन्होंने कहा तुम भाभी के तरफ बिल्कुल लग रही थी लाल साड़ी में इसलिए तू आज मेरे कब्जे में आ गई। यानी की बात बढ़ने लगी हम दोनों एक कदम और आगे बढ़ जाना चाहते थे क्योंकि जो हो गया था हो गया।
खाना पीना खाए भैया बोले अब तू पर आए घर की हो गई है। आज चाहो तो मेरे साथ तुम सो सकती हो। मैंने कहा ठीक है उस समय जल्दी बाजी में तुमने जो जो किया अब आराम आराम से पूरी रात तुम्हारे पास है। पूरी रात उसने मुझे चोदा मेरी बड़ी बड़ी चूचियों को सहलाने मेरे गांड में अपना मोटा लंड डाला मेरी चूत का सत्यानाश कर दिया। मेरे होंठ सुजा दिए थे उसने चूस चूस कर। मेरे दोनों चुचियों पर उसके दांतों के निशान थे इतना पिया और दबाया। पूरी रात मुझे बैठाकर उठाकर पीछे से आगे से कभी ऊपर कभी मैं नीचे कभी मैं नीचे ऊपर। सब तरफ से उसने मुझे खूब चोदा पूरी रात चोदा।
यादगार हो गया मेरा मायका। यह मैं कभी नहीं भूलूंगी जो मेरे साथ हुआ पर जो भी हुआ बहुत मस्त हुआ बहुत मजा आया चुदाई, भैया का गांड मारना। मुझे यह कहानी लिखते हुए मेरे अंदर सिर्फ से मेरी वासना भड़क रही है मेरी चूत से पानी निकल रहा है। मैं फिर से चुदना चाह रही हूँ। मैं अगली कहानी में आपको फिर से सारी बातें बताऊंगी और नई कहानी लेकर आऊंगी तब तक के लिए आपका धन्यवाद।