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Mama Bhanji Sex, Mama and Ma Sex Story : हेल्लो दोस्तों, मैं आप सभी का नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम में बहुत बहुत स्वागत करती हूँ। मेरा नाम नीरू है। मैं पिछले कई सालों से नॉन वेज स्टोरी की नियमित पाठिका रहीं हूँ और ऐसी कोई रात नही जाती तब मैं इसकी रसीली चुदाई कहानियाँ नही पढ़ती हूँ और मजे नही लेती हूँ। आज मैं आपको अपनी स्टोरी सूना रही हूँ। मैं उम्मीद करती हूँ कि यह कहानी सभी लोगों को जरुर पसंद आएगी।
मेरी माँ मेरे मामा से सेट हो चुकी थी और जब मामा घर आते थे तो मम्मी की चूत जरुर मारते थे। धीरे धीरे मैं बड़ी हो गयी और 20 साल की जवान लड़की मैं हो चुकी थी। वक्त के साथ मेरे जिस्म में अब बहुत बदलाव आ गया था। मेरा कद भी अब काफी लम्बा हो गया था। मैं अब 5 फुट 4 इंच लम्बी हो गयी थी। इसके अलावा मेरे बदन में अब काफी बदलाव हो चुका था। मेरी छाती अब काफी चौड़ी हो चुकी थी और मम्मे फूलकर बड़े बड़े गुब्बारे जैसे दिखने लगे थे। मेरे बूब्स का साइज अब 38” का हो गया था। मेरी कमर 30 और चुतड 34 इंच के हो गये थे। मेरे मोहल्ले के लड़के अब मुझे घूर घूर दे देखने लगे थे। मैं जींस टॉप और टी शर्ट पहनती थी। टी शर्ट में मेरे बड़े बड़े बूब्स बहुत रसीले लगते थे जिसे देखकर सभी लड़को के लंड खड़े हो जाते थे।
वो सब मुझे कसके चोदना चाहते थे। सभी लड़के मुझसे मेरा फोन और व्हाट्सअप नम्बर मांगते थे, मैं नहीं देती थी। क्यूंकि मैं उन लकड़ों से काफी डरती थी। मुझे डर था की कहीं वो मुझे कसके चोद ना ले। मैंने अपनी सहेलियों के साथ कॉलेज में नाम लिखा लिया था। मेरी सहेलिया बबली और रीना अक्सर चूत चुदाई की बाते करती थी। जब वो मुझसे मेरे बॉयफ्रेंड के बारे में पूछती थी तो मैं मना कर देती थी। “मेरा कोई बॉयफ्रेंड नही है, मैंने अभी तक किसी लड़के से नही चुदवाया है!!” मैं अपनी सहेलियों से कहती थी। एक दिन मामा घर पर आये थे। काफी देर तक उन्होंने मेरी माँ को कमरे में चोदा फिर बाहर निकल आये। मैं कुछ देर बाद मामा के लिए खाना ले गयी और जैसे ही मैंने खाने की थाली रखी मेरे टॉप से मेरे बड़े बड़े 38” के शानदार दूध दिखने लगे। मामा की नियत मुझ पर खराब हो गयी थी। वो अब मुझे कसके चोदना चाहते थे। उसकी आँखें सब कह रही थी।
“आओ नीरू बेटी, मैंने तुम्हारा हाल चाल तो पूछा ही नहीं!!” मामा बोले और मेरा हाथ पकड़कर उन्होंने मुझे अपनी गोद में बिठा लिया। मुझे ये सब कुछ ठीक नही लग रहा था। अब मैं कोई छोटी बच्ची नही थी। अब मैं 20 साल की जवान चुदने लायक माल हो गयी थी। फिर मामा तरह तरह की उलटी सीधी बाते करने लगे और मुझे गोद में बिठाकर मेरी कमर में हाथ डाल दिया। फिर उन्होंने मुझे मेरे गाल पर चुम्मा ले लिया। मुझे ये सब बहुत अजीब लग रहा था। धीरे धीरे उनके हाथ मेरे बूब्स पर चले गये और मेरे सगे मामा तेज तेज मेरे मम्मे दबाने लगा। फिर बहाने से मैं वहां से भाग आई।
“यार बबली!! कल मेरे मामा मुझे हर जगह हाथ लगा रहे थे। वो बार बार मेरे गाल पर चुम्मा ले रहे थे!!” मैंने अपनी ख़ास दोस्तों बबली और रीना से कहा
“नीरू!! फिर तो इसका मतलब है की तेरे मामा का दिल तुझ पर आ गया है। वो तुझे कसके चोदना चाहते है!!” बबली और रीना एक साथ बोली। उसी शाम को मैंने एक बंद कमरे में अपनी माँ और मामा की आवाज सुनी।
“बहन! मुझे नीरु की चूत मारनी है!!” मामा बोल रहे थे
“नही भाई !! ये गलत है। ऐसा तो बिलकुल पाप और अधर्म होगा। नही नही तुम ऐसा कोई काम नही करोगे। जब मैं तुम्हारे पास हूँ तो तुम मुझे कसके चोद लो, पर प्लीस मेरी जवान और कुवारी लड़की को बक्श दो। उससे कुछ मत करना!!!” मेरी माँ मामा ने दबी हुई आवाज में बात कर रही थी जैसे विनती कर रही थी।
“बहन!! मत भूलो की इस मकान को बनाने में मैंने पूरे 10 लाख रूपए दिए थे, अगर मैं तुम्हारी मदद नही करता तो तुम्हारा ये घर नही बन पाता!!इसलिए मेरा नीरू पर हक बनता है। मैं उसकी चूत कसके के मारूंगा और फाड़ के रख दूंगा!!” मामा ने तानाशाही आवाज में अपना फैसला सुनाया। रात में मेरी माँ ने मुझसे बबली के घर कुछ दिन रहने को बोल दिया। किसी तरह मैंने डर में रात गुजारी। सुबह के 4 बजे मेरी आँख खुली। मैंने देखा की मामा अभी सो रहे थे। मैं दबे पाँव बाथरूम में नहाने चली गयी। कुछ ही देर में मैं बबली के घर जाने वाली थी। ये सब काम मुझे अपने कंश मामा से छुपकर करना था। मैंने बाथरूम में कुण्डी नही मारी थी। मैंने नहा रही थी। तभी अचानक से मेरे कपटी मामा पेशाब करने उठे और शोवर की आवाज सुनकर वो मेरे बाथरूम में घुस आये। मैं नहाने में मस्त थी और बालों को शम्पू कर रही थी। मैं पूरी तरह से नंगी थी और मेरे जिस्म पर एक कपड़ा भी नहीं था। मैंने अपनी पेंटी उतार दी थी। क्यूंकि चूत में भी मैं शैम्पू लगा रही थी जिससे चूत के सारे बैकटीरिया मर जाएं और मेरी चूत अच्छे से साफ़ हो जाए।
“भई वाह!! मेरी बहन ने जीजा से चुदवा चुदवाकर क्या मस्त माल भांजी पैदा की है!! मेरा तो मूड ही बन गया!!” पीछे से आवाज आई। मैंने पलटी तो देखा की मामा मेरे बाथरूम में घुस जाए थे। ट्यूबलाईट की तेज रौशनी में मैं पूरी तरह से नंगी थी। मेरा खूबसूरत जिस्म चांदी की तरह चमक रहा था, मामा बाथरूम में अंदर घुस आये और हँसने लगे। फिर उन्होंने कुण्डी अंदर से बंद कर दी और अपने सारे कपड़े निकाल दिए।
“नही मामा नही!!” मैं चिल्लाई
पर मामा ने मुझे गोद में उठा लिया। अब वो भी नंगे थे और मैं भी नंगी थी। शावर का पानी हम दोनों पर भिगाने लगा। मामा ने मुझे गोद में उठा लिया और मेरे गाल पर चुम्मा लेने लगे। अब तक शोवर का पानी हम दोनों को भीगा चुका था। आज सुबह के 4 बजे ही मैं चुदने वाली थी। मामा फिर मेरे भीगे और पानी में नहाए मम्मो को मुंह में लगाकर पीने लगे। दोस्तों मेरे मामा 6 फिट के गबरू जवान आदमी थी इसलिए उन्होंने एक मिनट में मुझे अपनी गोद में उठा लिया था। हम दोनों शोवर के नीचे खड़े थे और भीग रहे थे। “नही मामा!! प्लीस!! मुझे छोड़ दो!!” मैंने बार बार कह रही थी। पर जब मामा बड़ी देर तक मेरे दोनों बूब्स को पीते ही रहे तो मैं चुप हो गयी थी। क्यूंकि मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा था। मामा ने मेरी 38” के बड़े बड़े मम्मो को जी भरकर चूसा। मेरे मम्मो के निपल्स के चारो ओर बड़े बड़े काले काले घेरे थे जो बहुत सेक्सी लग रहे थे।
मामा तो बस उन काले काले घेरे को चूसे जा रहे थे। उनकी हालत बता रही थी की उसको बेहद मजा मिल रहा है। फिर मेरे मामा ने मुझे हवा में कलाबाजियां खिला दी और बिलकुल उल्टा कर दिया। मेरा सिर नीचे था और दोनों पैर उपर। अब मेरी चुद्दी [चूत] ठीक उनके सामने थी। मेरे मुंह के सामने अब मामा का बड़ा सा 8” का लौड़ा था। मामा ने जल्दी से मेरे मुंह में लौड़ा घुसेड़ दिया और मुझसे चुसाने लगे। खुद मेरी चूत चाटने लगे। मैंने तो बिलकुल पागल हुई जा रही थी। मैं “……मम्मी…मम्मी…..सी सी सी सी.. हा हा हा …..ऊऊऊ ….ऊँ. .ऊँ…ऊँ…उनहूँ उनहूँ..” की आवाज निकाल रही थी। फिर मैंने भी जल्दी जल्दी मामा का लंड चूसना शुरू कर दिया था। मैंने हवा में मामा के हाथो में जकड़ी हुई थी। उलटा हवा में लटकी हुई थी। मेरी मस्त जवान चुद्दी को वो जल्दी जल्दी चाटे जा रहे थे। शावर का पानी सीधा मेरी चूत पर गिर रहा था। मुझे बहुत सेक्सी महसूस हो रहा था। लग रहा था की पानी ही मेरी चूत मार रहा है।
फिर मेरे ठरकी मामा ने और तेज शावर खोल दिया और जल्दी जल्दी मेरी चूत को चाटने लगे और पीने लगे। उधर मैं हवा में उलटी लटकी हुई थी। मामा के लौड़े को मैं मुंह में लेकर जल्दी जल्दी चूस रही थी। ओह्ह गॉड!! कितना मोटा और लम्बा लंड था मामा का। काफी देर हम दोनों की रासलीला चलती रही। मेरी माँ अपने कमरे में सो रही थी। उनको हमारी रासलीला के बारे में कुछ नही मालुम था। 15 मिनट तक मामा मुझे उलटा लटकाए रहे। फिर उन्होंने सीधा किया और मुझे बाथरूम के फर्श पर लिटा दिया। मामा भी मेरे उपर लेट गये और मेरे मम्मे मुंह में लेकर चूसने लगे। मैं बार बार “आआआअह्हह्हह…..ईईईईईईई….ओह्ह्ह्हह्ह….अई. .अई..अई…..अई..मम्मी….” की आवाज निकाल रही थी। क्यूंकि मुझे बहुत जादा सेक्स उत्तेजना हो रही थी।
शावर के ठीक नीचे ही हम दोनों रासलीला कर रहे थे। अब मैं खुलकर मामा के साथ प्यार कर रही थी। वो मेरी खूबसूरत, रसीली, बड़ी बड़ी गोल गोल चूचियों को चूस रहे थे। मुझे भी बहुत आनंद मिल रहा था। तब तक मेरी चूत से सफ़ेद रंग का माल निकलने लगा। पर मामा नही देख पाए। वो बड़ी देर तक मेरे मम्मो को हाथ से जोर जोर से दबाते रहे और मजा लेते रहे। फिर उन्होंने मेरी चूत से सफ़ेद रंग का माल निकलते हुए देखा तो वो जल्दी जल्दी मेरी बुर चाटने लगे। सफ़ेद माल को वो पूरी तरह चाट गये। शायद वो उनको टेस्टी लग रहा था।
“भांजी!! ले मेरे लंड को मुंह में डालकर चूस!!” मामा ने अपनी तानाशाही वाली आवाज में कहा जिसे मैं मना नही कर रही। मैंने मामा के 8” के लौड़े को मुंह में ले लिया और जल्दी जल्दी फेटने लगी। दोस्तों इतना बड़ा लंड मैंने कभी नही देखा था। बाप रे!! कितना मोटा लंड था मेरे मामा का। इसी खूबसूरत गधे जैसे लंड से मामा मामी और मेरी माँ की चूत मारते थे। बड़ी मुश्किल से लंड मेरे हाथ में समा पाया। फिर मैं जल्दी जल्दी हाथ में लेकर फेटने लगी। हम लोग बाथरूम में पानी में भीग भीग कर मस्ती कर रहे थे। उधर घर में सब लोग सो रहे थे। कुछ देर बाद मैं मामा का मोटा लंड मुंह में लेकर चूसने लगी। फिर मुझे मजा आने लगा और मैं जल्दी जल्दी लंड को गोल गोल फेट रही थी और मुंह में लेकर चूस रही थी।
“ओहोहोहो…..भांजी!! तूने तो आज मेरा दिल खुश कर दिया!!” मामा बोले
वो अपने हाथों को पीछे से मेरे पुट्ठे पर ले गये और सहलाने लगे। मामा के हाथ मेरे जिस्म के हर हिस्से को छू और सहला रहे थे। मैं जल्दी जल्दी उनके लंड को मुंह में लेकर चूस रही थी। मेरा सिर बार बार नीचे और उपर हो रहा था। मुझे बहुत मजा आ रहा था। सेक्स, वासना और चुदाई का जादू अब मुझ पर पूरी तरह से चल चुका था। मुझे साँस भी नही आ रही थी क्यूंकि मैंने गले की गहराई तक मामा का लंड चूस रही थी। मामा तो मेरे लंड चूसन से बहुत खुश थे। “जीरो मेरी भांजी!!” मामा बार बार कह रहे थे। मेरी चूत पर उनका हाथ इधर उधर नाच रहा था। वो मेरी चूत को जल्दी जल्दी सहला रहे थे। फिर मुझे और जादा सेक्स का नशा चढ़ गया था। मै और जल्दी जल्दी मामा का लौड़ा चूसने लगी। मामा के लंड से माल बाहर आने लगा। मैंने मामा की गोलियों को मुंह में भर लिया और चूसने लगी। मामा को बहुत मजा आया इसमें।
फिर उन्होंने मुझे शावर के नीचे सीधा लिटा दिया और मेरी चूत में अपना मुंह डाल दिया और जल्दी जल्दी चाटने लगे। मैं “ओहह्ह्ह…ओह्ह्ह्ह आआआअह्हह्हह…अई..अई. .अई… उ उ उ उ उ…मामा आराम से… आराम से!!” चिल्लाने लगी क्यूंकि मामा बहुत जल्दी जल्दी मेरी चुद्दी चाट और पी रहे थे। मेरी चूत में अब आग लग रही थी। मैं बहुत जोश में आ गयी थी। मैं अब चुदने को पूरी तरह से तैयार थी। मेरी चूत का रोम रोम जाग चुका था। मुझे बहुत उत्तेजना महसूस हो रही थी। मामा तो बड़ी जल्दी जल्दी मेरी चूत पी रहे थे। जो सफ़ेद माल मेरी चुद्दी ने निकलता था मामा सब चाट जाते थे। फिर वो जल्दी जल्दी अपना लंड फेटने लगे। मेरा दिल धक धक करने लगा। मामा ने लंड मेरी चूत के छेद पर रख दिया और जोर का धक्का मारा। मेरी चूत की सील टूट गयी। लंड अंदर घुस गया। “ओह्ह माँ….ओह्ह माँ…आह आह उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ….” मैं तेज आवाज में चिल्लाई।
मामा ने मेरे हाथों को कसके पकड़ लिया और जल्दी जल्दी मुझे चोदने लगे। मुझे काफी दर्द हो रहा था। हम दोनों पानी में भीग कर सेक्स और चुदाई का मजा ले रहे थे। हम दोनों सेक्स कर रहे थे। मेरे सगे मामा जल्दी जल्दी मुझे ठोकने और चोदने लगे। मैं चुदने लगी। कुछ देर बाद मेरा दर्द गायब हो गया था। अब मामा जल्दी जल्दी मेरी चूत मारने लगे। मैंने मामा को सीने से लगा लिया। “…..आआआआअह्हह्हह…चोदो चोदो…. आज मेरी चूत फाड़ फाड़कर इसका भरता बना डालो मामा!!….” मैंने किसी चुदासी लड़की की तरह कह दिया। उसके बाद तो मामा और जोश में आ गये और गपा गप मुझे चोदने लगे। उनका लंड तो जैसे मेरी चूत में ड्रिल से छेद कर रहा था। वो तेज और गहरे धक्के मेरी चुद्दी में मार रहे थे। मैंने भी अपनी दोनों टांगो को पूरी तरह से खोल दिया था। अब मामा और तेज तेज शॉट मेरी चूत में मार रहे थे।
मैं चुद रही थी। उत्तेजना से मेरी आँखें उलट गयी थी। मुझे बड़ा मीठा मीठा सा लग रहा था। बड़ी अजीब फीलिंग थी वो। मामा जल्दी जल्दी अपनी कमर को चला रहे थे और मुझे चोद रहे थे। इसी दौरान मैंने मामा की पीठ में अपने नाख़ून गड़ा दिए तो उनके खून निकलने लगा। पर उस समय मामा को कुछ पता नही चला। क्यूंकि वो मेरी भरी हुई चूत मारने में व्यस्त थे। मैं किसी रंडी की तरह उनके चेहरे और गालों पर चुम्मी ले रही थी। मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। इतना मोटा लंड मैंने आज तक नही खाया था। मामा जल्दी जल्दी मुझे चोद रहे थे। मैं उसके होठ चूसने लगे। मेरी चुद्दी से पट पट चट चट की आवाज आने लगी। लगा की कोई ताली बजा रहा है।
“हूँ..हूँ…हूँ..” की हुंकार से साथ मामा मुझे जल्दी जल्दी पेलने लगे। मुझे अजीब सा नशा छा गया था। मैं उनको जल्दी जल्दी चेहरे पर चुम्बन लेने लगी और पीठ में नाख़ून गड़ाने लगी। मामा ने मुझे 30 मिनट नॉन स्टॉप चोदा, फिर चूत में ही शहीद हो गये। फिर मुझे किस करने लगे। जब वो मेरी चूत की सवारी करके उतरे तो उनकी पीठ में सब तरफ खून ही नजर आ रहा था। मेरे नाख़ून के निशान सब तरफ दिख रहे थे जैसे किसी जंगली बिल्ली ने उनको नोचा हो। अब जब भी मामा घर आते है मेरी चूत बजाते है। ये कहानी आप नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।
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