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Kamsin Sali aur Jija Sex Story : बेदर्द जीजा ने मेरी चूत फाड़ी आज मैं आपको अपनी सच्ची कहानी सूना रही हूँ। ये मेरी पहली कहानी है नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर। मैं रोजाना कहानियां तो पढ़ती थी पर आज मुझे भी लिखने का मौक़ा मिल गया है इसलिए आपके लिए आज मैं गरमा गर्म कहानी लाई हूँ। उम्मीद करती हूँ ये सेक्स कहानी आपको बहुत ही ज्यादा हॉट और सेक्सी लगेगी। बिना देर किये अब मैं सीधे कहानी पर आती हूँ। कैसे बेदर्द जीजा ने अपना मोटा लंड मेरी चूत के अंदर घुसा दिया और मैं दर्द से बैचेन हो गई थी। सिलसिलेवार तरीके से अपनी कहानी प्रस्तुत कर रही हूँ।
मेरा नाम रानी है मैं अभी जवान हुई ही हूँ। मैं अपना उम्र आपको यहाँ नहीं बताउंगी। मेरी दीदी की शादी हुए अभी 3 साल ही हुए हैं। दीदी और जीजा दोनों पुणे में रहते हैं। मैं, मम्मी और पापा तीनो लखनऊ में रहते है मेरा एक भाई है वो हॉस्टल में रहता है। एक दिन की बात है जीजा जी अपने ऑफिस काम से लखनऊ आये थे। उन्होंने फ़ोन किया मैं आ रहा हूँ। उस दिन संयोग से पापा और मम्मी दोनों ही धार्मिक चारधाम यात्रा पर जाने वाले थे रात के आठ बजे । टिकट पहले से बुक था इसलिए जाना जरुरी थी। पापा मम्मी दोनों जीजू को बोले की आ जाइये हम दोनों तो नहीं रहेंगे पर रानी यहाँ है वो आपका ख्याल रखेगी।
जीजा जी लखनऊ में तीन दिन रहने वाले थे। दीदी भी आती पर उनको ऑफिस से छुट्टी नहीं मिली थी। जीजा जी और मैं दोनों मम्मी पापा को रेलवे स्टेशन छोड़ने गए थे रात को आठ बजे। वह से आते आते ११ बज गए थे। खाना भी बाहर खाकर आये थे। घर आते ही जीजा जी का मन बदल गया था। वो कुछ ज्यादा ही रोमांटिक होने लगे थे। वो मुझे छेड़ रहे थे कह रहे थे आज दीदी नहीं है मुझे नींद नहीं आएगी। मैंने उनको कहा मैं बीवी नहीं हूँ आपको दीदी आपकी बीवी है। आप को साथ सोने की आदत है तो आपको पूना ही जाना पड़ेगा।
उन्होंने कहा रानी आप दो तीन दिन के लिए मेरी बीवी बन जाओ आपको बहुत मजा दूंगा आप खुश हो जाओगे। फिर उन्होने पूछा की कोई बॉयफ्रेंड हैकि नहीं मैंने कहा नहीं है। उन्होंने कहा फिर तो और भी अच्छी बात है। बॉयफ्रैंड धोखा दे सकता है मैं आपको कभी भी धोखा नहीं दूंगा और आपको वो सब मिल जाएगा जो एक जवान लड़की को चाहिए। मैंने कहा मेरी उम्र अभी वो सब करने की नहीं है। मैं समझ गयी थी जीजा क्या चाह रहे थे मेरे से।
उन्होंने मुझे काफी समझाया अगर एक बात कर लोगी तो पढाई में मन लगेगा और आप खुश हो जाओगे। धीरे धीरे मैं उनकी बातों में आने लगी। मैं बोली मुझे बहुत डर लग रहा है। उन्होंने कहा डरने की कोई बात नहीं। आप जैसा कहोगी वैसा करूंगा। मैं कहा अगर किसी को पता चल गया तो? उन्होंने कहा कैसे चलेगा पता किसी को इस बारे में हम दोनों के अलावा किसी को कैसे होगी कोई जानकारी। उन्होंने कहा आप मत डरो मुझे आपका पूरा ख्याल है मैं आपका जीजा हूँ।
उन्होंने मेरा हाथ पकड़ लिया और धीरे धीरे कंधे पर रखते हुए मुझे घूरने लगे और धीरे धीरे वो मेरे करीब आ गए और फिर उन्होंने मेरे होठ पर अपना होठ रख दिया। जैसे ही उन्होंने अपना होठ मेरे होठ पर रखा मैं सिहर गयी। अजब का एहसास था। सिहरन होने लगी मेरी आँखे अपने आप बंद हो गई वो मेरे होठ को चूमने लगा। धीरे धीरे उन्होने अपना हाथ मेरी चूची पर रख दिया। मैं फिर से सिहर गयी। उन्होंने मेरी छोटी चूचियों को अपने मजबूत हाथों से मसलना शुरू कर दिया। मेरे से भी अब रहा नहीं गया और मैं उनके होठ को चूमने लगी। उन्होंने मेरा हाथ पकड़ा और अपना लंड पकड़ा दिया। उनका लंड बहुत मोटा हो चुका था।
मैं डर गयी क्यों की मेरी चुत की छेद काफीछोटी है और उनका लंड बहुत मोटा। पर मैं कामुक हो चुकी थी। मेरी चूत भी गीली होने लगी थी। उन्होंने मुझे बैडरूम में ले गए उन्होंने सबसे पहले अपना कपड़ा उतारा फिर उन्होंने मेरे कपडे उतारने लगे। पर मुझे काफी शर्म आ रही आजतक कभी किसी के सामने नंगी नहीं हुई थी। मैं मना करते रही पर उन्होंने मेरी एक भी नहीं माना और मेरे सारे कपडे उतार दिए मुझे लिटा दिया और मुझे चूमने लगे। उन्होंने मेरी छोटी चूचियों को और निप्पल को मसलते और फिर अपने मुँह में ले लेते।
मैं सिसकारियों लेने लगी अंगड़ाईयाँ लेने लगी। उन्होंने मेरी टांगो को अलग अलग किया और मेरी चूत पर हाथ फेरने लगे। मैं अपना होशोहवास हो चुकी थी। मेरे होठ लाल लाल हो गए थे मेरी आँख नशीली हो गयी थी। उन्होंने मेरे अंगो से खेलते हुए बार बार चूम रहे थे। उन्होंने अपना ऊँगली मेरी चूत में डाली मुझे बहुत दर्द होने लगा था फिर उन्होंने वापस मेरी चूचियों को सहलाते हुए मेरे होठ को चूमा। फिर उन्होंने मेरी दोनों टांगो को अलग अलग किया।
बिच में बैठ कर मेरी चूत को दोनों हाथो से चीर कर देखा उन्होंने कहा अंदर तो छेद भी नहीं दिखाई दे रहा है। मैंने कहा आजतक मैंने कभी भी अपनी चूत को नहीं छेड़ा। उन्होंने कहा आजकल की लड़कियां तो बहोत जल्द अपनी सील तुड़वा लेती है। मैंने कहा मै वैसी नहीं हूँ वो टूट पड़े मेरे ऊपर। उन्होंने अपना मोटा लंड निकाला मेरी चूत के छेद पर रखा और घुसाने लगे। भला इतनी छोटी छेद में इतना मोटा लंड कैसे जाता। मैं बार बार उनको अलग करती। वो बार बार कोशिश करते।
करीब दस कोशिश के बाद उन्होंने अपना लंड मेरी चूत के अंदर घुसा दिया। मैं दर्द से कराह उठी। मेरी चूत से हल्का हल्का खून भी निकलने लगा था। उन्होंने मुझे सहलाया और समझया फिर हौले हौले अपना लंड मेरी चूत से अंदर बाहर निकालने लगे। मुझे दर्द बहुत हो रहा था पर 10 मिनट के बाद ही मेरी चूत खुल चुकी थी और अब उनका लंड अंदर बाहर आराम से आने जाने लगा था। मैं अपनी लय में आ गई और फिर अपना गांड घुमा घुमा कर अपनी चूत के अंदर उनका मोटा लंड लेने लगी।
वो जमकर मुझे चोदने लगे अब मुझे दर्द का एहसास भी नहीं हो रहा था। जोर जोर से धक्के देकर जोर जोर से मुझे चोद रहे थे। वो मेरी चूचियों को दबाते मुझे चूमते और जोर से धक्के देते। मैं ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह्ह आआआआ ओह्ह्ह्हह्हह उफ्फ्फफ्फ्फ़ की आवाज निकालती और उनके लंड का मजा लेती। करीब १ घंटे की चुदाई के बाद वो झड़ गए और मैं भी शांत हो गयी।
बेदर्द जीजा ने मुझे पूरी रात दर्द दे दे कर चोदा पर मैं भी कहाँ कम थी मैं भी उनके लंड का मजा खूब ली और तीन दिनों तक मैं उनकी पत्नी बन गयी। वो जब जाने लगे वापस पूना तो मुझे आई लाइव यू कहा और बोलै आपका प्यार कभी नहीं भूलूंगा ये तीन दिन मेरी ज़िंदगी का सबसे हसीं पलों में से एक है। आपके जैसा साली सबको मिले। इतना कहकर वो मुझसे बिदा लिए मैं भी आप सभी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम के पाठकों से विदा लेती हूँ जल्द मिलूंगी दूसरी कहानी के साथ। आपकी रानी