मेरी चुदक्कड़ दीदी की बड़ी गांड

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Didi ko choda sex story:- हेलो दोस्तों! मेरा नाम रोबिन है. मेरी उम्र 23 साल है. मै कॉलेज में पढ़ रहा हूँ. ये कहानी मेरी बुआ की लड़की यानि मेरी बहन और मेरे बीच हुई चुदाई की घटना है. मेरी बहन का नाम नीलम है. नीलम दीदी की उम्र 32 साल है और उनका 1 बेटा भी है. जीजा जी एक मेडिसिन की कंपनी में मैनेजर है. घर में किसी चीज की कमी नहीं है. मै दीदी का राज़दार हूँ. एक बार मैंने दीदी को उनके बॉयफ्रेंड के साथ पकड़ लिया था. तब से दीदी ने मुझे अपनी तरफ कर लिया और मुझे दीदी के साथ एक अच्छा दोस्त भी मिल गया. दीदी शादी से पहले बहुत बोल्ड थी. जब में 18 साल का था तब पहली बियर दीदी ने ही पिलाई थी. शादी से पहले दीदी के काफी बॉयफ्रेंड रहे है और दीदी ने सबके साथ एन्जॉय किया है. जो दीदी ने मुझे खुद बताया था. यहाँ तक की मेरी पहली चूत भी मुझे दीदी ने ही दिलवाई थी.

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दीदी और मेरा रिश्ता भाई बहन जैसा नहीं दोस्त जैसा है. जब हम अकेले होते तो हमेशा खुल के गन्दी बाते करते. दीदी मुझे बियर और दारु भी पिलाती थी. दीदी का एक टाइम पास बॉयफ्रेंड था जिसका चक्कर बुआ और फूफा को पता चल गया. लड़का अच्छा कमाता था इसीलिए बुआ ने दीदी की शादी कर दी. शादी के कुछ टाइम बाद ही दीदी माँ बन गयी और अब मेरी सेक्सी और हॉट दीदी मोटी हो गयी. मगर मोटी होके भी दीदी देसी माल लग रही थी. दीदी की बड़ी बड़ी चूचियाँ देखकर अभी भी मेरा लंड खड़ा हो जाता है. मै दीदी के घर अक्सर जाता रहता हूँ. दीदी अपनी शादी निभा रही है. जब भी मै उनसे मिलने जाता तो मै और दीदी बैठके बियर पीते. जब भी दीदी का मन होता वो मुझे कॉल करके बुला लेती और मै बियर लेके पहुँच जाता. मगर मुझे क्या पता था कि दीदी की वजह से मुझे कई चूत और मिलने वाली है. एक दिन ऐसी ही दीदी का कॉल आया और मै बियर लेके दीदी के घर गया. दीदी का बेटा स्कूल गया था और मै व दीदी बैठके बियर पीने लगे.

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मै – और दीदी आज बियर पीने का मूड कैसा बन गया.

दीदी – बस भाई मन हो रहा था, वैसे भी घर में रहकर बोर होती रहती हूँ.

मै – ये तो सच बात है, शादी से पहले आपने जितनी मस्ती की है, शादी के बाद आपको उतना ही बोर होना पड़ रहा है.

दीदी – भाई पूछ मत दिमाग का कैसे भोसड़ा हुआ पड़ा है. बिना शादी के लाइफ ज्यादा अच्छी रहती है. मेरी बात मानना तू कभी शादी मत करना.

मै – अरे दीदी मै कहाँ शादी कर रहा हूँ, वैसे आपको आपके पुराने बॉय फ्रेंड की याद आती है.

दीदी – भाई याद भी आती है और मिलने का भी मन करता है, मगर क्या करू पूरे परिवार की इज़्ज़त ख़राब हो जाएगी. अगर कुछ गड़बड़ हो गयी, इसीलिए मै बस तुझे बुला लेती हूँ, और बियर पीके थोड़े टाइम पास हो जाता है. Didi ko choda sex story

मै – दीदी मै तो हमेशा आपका राज़दार हूँ. आपका जब भी मन हो, मुझे बुला लिया करो.

दीदी – वैसे तेरी लाइफ में क्या चल रहा है? कोई नयी गर्लफ्रेंड बनायीं या मेरा नाम ख़राब कर रहा है.

मै – अरे दीदी बनायीं है, उसी ने तो दिमाग की दही कर रखी है, इससे अच्छी तो आपकी दोस्त ही थी, जिससे आपने मिलवाया था. मगर वो भी शादी करके चली गयी.

दीदी – वैसे ऐसा क्या करती है तेरी गर्लफ्रेंड? जो तेरा दिमाग ख़राब है.

मै – अरे दीदी ये लड़कियों के ड्रामे कम कहाँ होते है, कुछ न कुछ चाहिए होता है, रात भर बाते करो और हाथ लगाओ तो कहती है, शादी के बाद करेंगे.

दीदी – हाहाहा लगता है मेरे भाई का कोई लड़की चूतिया काट रही है.

मै – अरे दीदी पूछ मत दिमाग ख़राब रहता है, मै तो सोचता हूँ कोई आंटी या भाभी ही पटा लू, कम से कम मेरे हाथ को तो आराम मिलेगा.

दीदी – हाहाहा लगता है तुझे कोई मेरी जैसी लड़की चाहिए, जो करके भी करवाए और मज़ा भी दे.

मै – दीदी मै जानता हूँ, आपने कई लड़को से मज़े करे है, मगर अब मुझे शादी शुदा औरते ज्यादा पसंद आती है.

दीदी – भाई हर शादी शुदा औरत जल्दी राज़ी नहीं होती है, बहुत मेहनत लगती है.

मै – मेहनत के लिए आप जो हो मेरे पास आपके पास कौनसी कमी है दीदी.

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दीदी – अच्छा मेरे कंधे पर रखकर बन्दूक चलाना चाहता है? वैसे मेरी दोस्त भी तुझे बहुत याद करती है, उसकी शादी हो गयी, मगर जब बात करती है तुझे हमेशा याद करती है.

मै – अच्छा दीदी ऐसा क्या कहती है?

दीदी – वही कहती है जो तूने उसके साथ किया था, तेरे लंड को अभी भी याद करती है, वैसे तू कहे तो मै अपनी एक और फ्रेंड से तुझे मिलवा सकती हूँ.

मै – अरे वाह दीदी नेकी और पूछ पूछ! जल्दी से बात कर लो उससे, वैसे क्या मै उसे जानता हूँ.

दीदी – हाँ तू उसे जानता है, उसका नाम प्रिया है, उसका हस्बैंड उसे ज्यादा टाइम नहीं देता है, वो आपने 2 बच्चो के साथ और सास ससुर के साथ रहती है, उसे भी कोई चाहिए भरोसे वाला, तू कहे तो तेरी बात करू?

मै – दीदी मै तो तैयार हूँ, मगर मेरे पास कोई जगह नहीं है.

दीदी – अरे तुझे कही नहीं जाना है, वो यही मेरे घर पर आएगी, तो तुम दोनों अपना काम यहीं कर लेना. यहाँ सेफ भी है और वो भी होटल नहीं जाना चाहती है, रुक मै उससे बात करती हूँ. Didi ko choda sex story

दीदी ने प्रिया को कॉल किया और कुछ ही देर में प्रिया ने कॉल उठा लिया.

दीदी – हेलो प्रिया!

प्रिया – हाय नीलम कैसी है तू?

दीदी – मै तो ठीक हूँ, वैसे तेरे लिए एक खुशखबरी है.

प्रिया – मेरे लिए क्या खुशखबरी है?

दीदी – मैंने तेरे लिए एक लड़के का इंतज़ाम किया है, जैसा तू चाहती थी.

प्रिया – मै जानती थी नीलम, तू ही ये काम कर सकती है, वैसे लड़का कैसा है? लंड तो अच्छा है ना उसका?

प्रिया मेरी दीदी से मेरे लंड के बारे में पूछ रही रही थी, जिसे सुनके मुझे हंसी आ रही थी.

दीदी – कल तू घर आ जाना और खुद ही देख लेना, वैसे लड़का स्मार्ट है, तेरी सारी कमी को पूरा कर देगा, कल मेरे घर 11 बजे आ जाना, तब सिर्फ मै रहती हूँ, तुम दोनों आराम से एन्जॉय कर सकते हो.

प्रिया – थैंक्स यार नीलम, मै कल आ जाउंगी. (दीदी ने कॉल कट कर दिया.)

दीदी – भाई तेरा काम हो गया है, वैसे प्रिया ने ही मुझे लेट बताया, वरना तो अब तक तुम दोनों की चुदाई शुरू हो चुकी होती.

मैंने दीदी को गले लगाके थैंक्स बोला और बियर पीके निकल गया. मै पूरा दिन बस प्रिया दीदी की चुदाई के बारे में सोच रहा था। दीदी की शादी में उसे देखा था, तब वो कुँवारी थी और मुझसे बड़ी भी थी, इसीलिए मै कुछ कर नहीं सकता था. मगर अब दीदी ने खुद उसे मेरे नीचे ला दिया है. अगले दिन मै सुबह ही तैयार हो गया. लंड के सारे बाल साफ़ किये और मार्केट से जाते हुए कंडोम भी खरीद लिए. मै 10-30 बजे ही दीदी के घर पहुँच गया.

दीदी – बड़ी जल्दी आ गया तू तो! लगता है मेरे भाई से रहा नहीं जा रहा है.

मै – दीदी, प्रिया दीदी मान तो जाएगी ना, वो मुझे जानती है, कि मै आपका भाई हूँ.

दीदी – तू उसकी चिंता मत कर! मै प्रिया को जानती हूँ, वो सीधी तो शादी से पहले भी नहीं थी, बस उसने शादी से पहले सेक्स नहीं किया था, मगर अब उसके अंदर आग ज्यादा है, जिसे उसका पति बुझा नहीं पाता है.

मै – बस दीदी आप संभाल लेना.

तभी बेल बजी और दीदी देखने गयी, सामने प्रिया दीदी थी, प्रिया दीदी ने दीदी को गले लगाया और अंदर आते ही प्रिया बोली.

प्रिया – वो लड़का आ गया?

प्रिया दीदी जैसे ही अंदर आयी, उसकी नज़र मुझपे पड़ी. मुझे देखकर प्रिया का थोड़ा मुँह उतर गया.

मै – हेलो प्रिया दीदी कैसी हो आप?

प्रिया – मै ठीक हूँ रोबिन तू कैसा है? बहुत दिनों बाद मिला है.

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प्रिया दीदी ने मुझे गले लगा लिया और मैंने भी उन्हे बाहों में भर लिया. फिर प्रिया दीदी मेरी दीदी का हाथ पकड़ के उन्हें किचन में ले गयी. मै बाहर खड़ा सब सुन रहा था. Didi ko choda sex story

प्रिया – नीलम ये तेरा भाई यहाँ क्या कर रहा है?

दीदी – क्या कर रहा है मतलब तेरी लिए ही आया है.

प्रिया – तेरा दिमाग ख़राब हो गया है? तू आपने ही भाई से मुझे सेक्स करने के लिए कह रही है.

दीदी – देख प्रिया मेरे सामने ये सीधे होने का ड्रामा मत कर, तू शुरू से जानती है, ये मेरा कजिन भाई है और वो मेरा राज़दार भी है और तू ये भी जानती है. जब वो 18 साल था, तब मैंने ही उसे शोभा की चूत दिलवाई थी.

प्रिया – हाँ नीलम मै सब जानती हूँ मगर मुझे लगा था, कोई और लड़का है, वो तो मुझे दीदी भी बोलता है! मै उसके साथ कैसे सेक्स कर सकती हूँ.

दीदी – तू दीदी कहने की बात कर रही है वो मेरे सामने चूत लंड गांड सब बातें करता है और शोभा को तो उसने दीदी बोलते बोलते ही चोदा था, मेरी बात मान ये सब से सेफ है, किसी को शक भी नहीं होगा.

प्रिया सोचने लगी की वो हाँ बोले या वहाँ से चली जाये.

दीदी – अरे इतना क्या सोच रही है वो कोनसा तेरा सगा भाई है और तू कोनसा उसे राखी बांधती है! एन्जॉय कर और कोई टेंशन मत ले! उसे भी सेक्स ही चाहिए, वो प्यार करने वालो लड़को में से नहीं है.

दीदी ने मुझे आवाज दी और मै तुरंत किचन में गया. प्रिया दीदी मुझे देखकर शर्मा रही थी.

दीदी – भाई ये प्रिया तो तुझसे शर्मा रही है जरा इसकी शर्म तो दूर कर दे.

मैंने प्रिया दीदी का हाथ पकड़ लिया और उनके हाथ पर किस किया. प्रिया दीदी अभी भी शर्मा रही थी. मैंने उनकी कमर में हाथ डाला और उसे अपनी तरफ खींच लिया. प्रिया दीदी ने मुँह नीचे कर लिया. मैंने उनका चेहरा पकड़ा और लाल लिपस्टिक लगे होंठों को चूसने लगा. शुरू में प्रिया दीदी ने कुछ नहीं किया मगर फिर वो भी मेरे होंठों को चूसने लगी. दीदी हम दोनों को देख रही थी.

दीदी – अरे कुछ तो शर्म करो तुम दोनों. मेरे सामने ही शुरू हो गए, भाई अंदर बैडरूम में चले जाओ और आराम से दोनों एन्जॉय करो.

मैंने प्रिया दीदी को गोदी में उठा लिया और उन्हें बैडरूम में ले गया. वहाँ मैं प्रिया दीदी के दूध दबाने लगा. प्रिया दीदी पहले से ज्यादा सेक्सी हो गयी थी. शादी से पहले प्रिया दीदी बस ठीक ठाक दिखती थी मगर शादी और बच्चे होने के बाद उनका बदन और भी ज्यादा कामुक हो गया था. मै प्रिया दीदी की 34 साइज की चूचियाँ दबा रहा था और प्रिया दीदी आँखे बंद किये आपने मुँह से कामुक आवाज़ें आह्हः आह निकाल रही थी. मै उनकी गर्दन को चाटते हुए उनका ब्लाउज खोल रहा था. ब्लाउज खुलते ही प्रिया दीदी की चूचियाँ ब्रा में दिखने लगी. मै ब्रा के ऊपर से ही उनकी चूचियाँ दबाने लगा. प्रिया दीदी मेरे होंठों को चूस रही थी। फिर मैंने प्रिया दीदी की ब्रा ऊपर कर दी और में उनके निप्पल पकड़ के मसलने लगा. प्रिया दीदी मेरे होंठों को खींच रही थी. मैंने उनकी चूचियाँ मुँह में भर ली और उनकी चूचियाँ दबा दबा के चूसने लगा. प्रिया दीदी बेड पर बैठ गयी और मेरी पेण्ट खोलने लगी. प्रिया दीदी ने मेरी पेण्ट नीचे कर दी और मेरा लंड अंडरवियर में खड़ा दिख रहा था.

प्रिया दीदी ने मेरा कच्चा भी नीचे कर दिया और मेरा 7 इंच का लंड उनके सामने आ गया. प्रिया दीदी ने मेरा लंड पकड़ लिया और उसे आगे पीछे करने लगी. मेरा सुपाड़ा बाहर आते ही. प्रिया दीदी ने उसे मुँह में ले लिया. वो मेरा लंड बहुत अच्छे से चूस रही थी और मै उनकी चूचियाँ दबा रहा था. कुछ देर लंड चूसने के बाद, मैंने प्रिया दीदी की साड़ी और पेटीकोट निकाल दिया. अब प्रिया दीदी सिर्फ पेंटी में मेरे सामने थी. मैंने उनकी पेंटी भी निकाल दी. प्रिया दीदी की चूत बिलकुल साफ़ थी. बालो का नामो निशान नहीं था. मगर 2 बच्चे होने के बाद उनकी चूत थोड़ी खुल गयी थी. मैंने अपना मुँह उनकी चूत पर लगा दिया. प्रिया दीदी मेरा सर अपनी चूत पर दबा रही थी. मैंने 2 ऊँगली प्रिया दीदी की चूत में डाल दी और उसे अंदर बाहर करते हुए उनकी चूत चाटने लगा. प्रिया दीदी के मुँह से आह्ह्ह्ह उम्म्म्म की आवाज निकल रही थी, जो बाहर मेरी दीदी भी सुन रही थी. प्रिया दीदी ने मेरा मुँह अपनी चूत से हटा दिया और मैंने उन्हें कंडोम दे दिया. Didi ko choda sex story

प्रिया दीदी ने कंडोम लगा दिया और मैंने अपने लंड को उनकी चूत में डाल दिया. प्रिया दीदी की चूत में लंड आराम से चला गया और मैंने धक्के लगाना शुरू कर दिए. मेरे तेज तेज धक्को से प्रिया दीदी बहुत आवाज निकाल रही थी. उनकी कामुक आवाज सुनके मेरा जोश और बढ़ रहा था. मैंने प्रिया दीदी की टाँगे कंधे पर रख ली और धक्के तेज कर दिए. प्रिया दीदी की रसीली चूत सच में बहुत कमाल की थी. प्रिया दीदी ने मेरा लंड निकाला और मेरे सामने डोगी स्टाइल में खड़ी हो गयी. मैंने अपने लंड को पीछे से उनकी चूत मे डाल दिया और उनके बालो को पकड़ के चुदाई करने लगा.

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प्रिया – ओह्ह रोबिन और जोर से करो! आह्ह! आह्ह! रुकना मत! बस करते रहो रॉबिन!

मै – दीदी मेरा लंड लेके मज़ा आ रहा है.

प्रिया – मुझे दीदी मत बोलो रोबिन! मेरा नाम लेके मेरी चुदाई करो.

मै – मुझे तो आपको दीदी बोलके चोदने में ज्यादा मज़ा आ रहा है.

प्रिया – रोबिन तुझे जो बोलना है बोल मगर बस करता रह. ऐसा सुख बहुत टाइम के बाद मिला है.

डोगी स्टाइल में थप थप की आवाज और ज्यादा हो रही थी. जब प्रिया दीदी थक गयी, तो उन्होंने मुझे बेड पर लिटा दिया और मेरे लंड पर बैठ गयी. प्रिया दीदी ऊपर नीचे होने लगी और मै उनकी चूचियाँ पकड़ के दबाने लगा. प्रिया दीदी ऊपर नीचे होती रही. कुछ देर बाद वो मेरे ऊपर झुक गयी और मेरे होंठों को चूसने लगी. मै उनकी गांड पकड़ के अपने लंड पर दबाने लगा और उनकी गांड पर थप्पड़ मारने लगा. प्रिया दीदी को बहुत मज़ा आ रहा था. उनकी आवाज तेज होती जा रही थी. फिर मैंने प्रिया दीदी को नीचे लिटा दिया और उनके ऊपर आके चुदाई करने लगा. प्रिया दीदी बस मुझे और तेज करने के लिए बोल रही थी और फिर मेरे तेज धक्को के साथ हम दोनों झड़कर हाँफने लगे. मेरा लंड अभी भी अंदर ही था. मैंने आपने लंड निकाला और प्रिया दीदी के बगल में लेट गया. उन्होंने मेरे लंड से कंडोम निकाल दिया और उसे पास रखी टेबल पर रख दिया. मेरा लंड अभी भी आधा खड़ा था. प्रिया दीदी मेरे होंठों को किस करने लगी और मेरे सीने पर सर रखकर लेट गयी. मैंने भी उन्हें बाहो में भर लिया.

प्रिया – रोबिन आज बहुत टाइम के बाद मुझे इतना सुकून मिला है, ऐसा लग रहा है सारा बदन हल्का हो गया है! वरना तो मै बस घर में ही पड़ी रहती हूँ.

मै – प्रिया दीदी आज मुझे भी बहुत टाइम बाद सेक्स का सुख मिला है. मेरी गर्लफ्रेंड तो ये सुख मुझे कभी नहीं दे सकती है जितना मज़ा आपने दिया है.

प्रिया – तुम्हारी गर्लफ्रेंड नहीं जानती है, वो क्या चीज मिस कर रही है, तुम्हारे जैसा लवर तो उसे मिल ही नहीं सकता है। चलो उसका बेड लक और मेरा गुड लक! जो तुम मेरे पास आ गए.

मै – हाँ प्रिया दीदी मुझे तो लगा ही नहीं था कि मै आप जैसी हसीन औरत की चुदाई कर पाउँगा. मगर थैंक्स टु दीदी जिन्होंने मुझे आपसे मिलवा दिया.

प्रिया – हाँ रोबिन! नीलम ही मेरा ये छुपा हुआ रूप जानती है, इसीलिए मैंने उसी से कहा था, क्युकी वो भी इस खेल की माहिर खिलाडी है.

मै – हाँ प्रिया दीदी आपने सच कहा, दीदी की बराबरी तो कोई नहीं कर सकता है, वैसे प्रिया दीदी मेरा मन फिर से हो रहा है.

प्रिया – रोबिन जो करना है, जल्दी से कर लो, मुझे घर भी जाना है, में 1 घंटे का बोलके आयी थी, पहले मेरे लिए थोड़ा पानी ले आओ.

मैंने अपना अंडरवियर पहना और बाहर निकल गया. दीदी बाहर के कमरे में बैठी टीवी देख रही थी. मुझे अंडरवियर में देखकर दीदी हंसने लगी.

दीदी – भाई कुछ चाहिए क्या तुझे?

मै – अरे वो प्रिया दीदी को प्यास लगी है, उन्ही के लिए पानी लेने आया था.

दीदी – अब तेरे जैसा सांड चढ़ेगा, तो प्यास तो लगेगी ही उसे, वैसे एक प्यास तो तू उसकी बुझा ही चुका है, उसकी आवाज यहाँ तक आ रही थी! अभी क्या तैयार हो रही है वो? Didi ko choda sex story

मै – नहीं दीदी अभी तो एक बार और आपकी दोस्त की चुदाई करनी है.

प्रिया – चल मै भी तो साथ चल के देखु कि मेरी दोस्त कितने मज़े कर रही है.

मै और दीदी साथ में ही कमरे में गए, प्रिया दीदी बिलकुल नंगी ही लेटी हुई थी. दीदी और मुझे साथ देखकर प्रिया दीदी ने ब्लैंकेट आपने ऊपर डाल ली.

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दीदी – अरे मुझसे कैसे शर्म कर रही है, तेरी चुदाई की आवाज बाहर तक सुनाई दे रही थी। ओह्ह रोबिन जोर से करो! लगता है तेरी चूत में ज्यादा ही आग लगी थी! मगर देख मेरे भाई ने तुझे ठंडा कर दिया! कैसा लगा तुझे मेरा भाई?

प्रिया – सच में नीलम तेरा भाई कमाल का है! इतना मज़ा तो मुझे मेरे पति के साथ भी नहीं आता है। शोभा सच कहती थी, तेरा भाई कमाल का चोदू है.

दीदी – आखिर भाई किसका है! वैसे तुम दोनों जल्दी कर लो, मेरे बेटे के आने का टाइम भी हो गया.

दीदी बाहर चली गयी और मै और प्रिया दीदी फिर से चुदाई में लग गए. मैंने उन्हें चोद चोद के खुश कर दिया और हम दोनों कपडे पहनके बाहर आ गए. प्रिया दीदी ने दीदी को गले लगाया.

प्रिया – नीलम तेरा बहुत बहुत शुक्रिया! रोबिन को मेरी लाइफ में लाने के लिए.

दीदी – तू पागल हो गयी है! हम दोनों दोस्त है और मैंने तो सिर्फ तेरी मदद की है और मेरे छोटे भाई की भी. उसे भी तेरे जैसी लड़की ही चाहिए थी.

जैसे ही प्रिया दीदी जाने लगी टु मैंने उन्हें पकड़ लिया और किस करने लगा. 2 मिनट तक हम दोनों किस करते रहे.

दीदी – भाई अब इसे जाने भी दे.

मै – दीदी मेरा मन प्रिया दीदी को छोड़ने का नहीं कर रहा है.

प्रिया – रोबिन मन तो मेरा भी नहीं कर रहा है कि तुझे छोड़ के जाऊँ मगर जाना पड़ेगा.

फिर प्रिया दीदी चली गयी और मै थोड़ी देर दीदी से बात करके चला गया. प्रिया दीदी हफ्ते में 2 बार जरूर आती और हम दोनों भरपूर चुदाई करते. कई बार मैंने दीदी को मेरी और प्रिया दीदी की चुदाई करते हुए भी देखा था. प्रिया दीदी मेरे लिए कई गिफ्ट और ड्राई फ्रूट भी लाती. हम दोनों की चुदाई अच्छी चल रही थी. दीदी भी मेरे ऊपर ज्यादा ही धयान देने लगी थी. एक दिन मै ऐसे ही प्रिया दीदी की चुदाई करके लेटा हुआ था. प्रिया दीदी जा चुकी थी और घर में दीदी और मै ही था. मै दीदी के बैडरूम में लेटा था तभी दीदी मेरे पास आ आयी और मेरे साथ बेड पर लेट गयी. तभी दीदी मुझसे बाते करने लगी.

दीदी – भाई तेरा और प्रिया का अच्छा जम गया है! दोनों बहुत खुश रहते हो अब.

मै – दीदी आपसे एक बात पुछु?

दीदी – हाँ भाई क्या बात पूछनी है बताओ?

मै – दीदी मेरी और प्रिया दीदी की चुदाई अच्छी चल रही है मगर, जब भी मै उनसे गांड में डालने के लिए कहता हूँ. वो मना कर देती है.

दीदी – मेरे भोले भाई! गांड में लंड हर लड़की नहीं डलवा सकती है! जान निकल जाती है! बहुत दर्द होता है गांड मरवाने में.

मै – दीदी क्या आपने कभी अपनी गांड में लंड लिया है?

दीदी – हाँ भाई मैंने गांड में भी लंड लिया है, बहुत दर्द हुआ था, मगर फिर सब ठीक हो गया. वैसे तू प्रिया की गांड मारना चाहता है क्या?

मै – हाँ दीदी! प्रिया दीदी की गांड बहुत बड़ी है, जब भी देखता हूँ, मेरा लंड खड़ा हो जाता है.

दीदी, प्रिया दीदी की तारीफ सुनके थोड़ी जल रही थी और मै बार बार उनकी ही तारीफ कर रहा था. तभी मेरे भांजे के आने का टाइम हो गया और मै वहाँ से निकल गया. मै दीदी के घर जाता रहता था और मेरी और जीजा जी की भी बहुत जमती थी. कई बार हम दोनों साथ में ड्रिंक करते थे. मगर मै बियर पीता था और जीजा जी दारु पीते थे. मेरे घर वाले ये बात नहीं जानते थे. मै हमेशा ज्यादा बोतल लेके जाता था. जब जीजा जी पीके आउट हो जाते थे, तब मै और दीदी रात में बियर पीते थे. मै रात वही रुकता था और सुबह आ जाता था. हर संडे हमारा दारु पार्टी का प्लान बनता था. मगर इस बार सब कुछ बदलने वाला था. मै शाम के टाइम दीदी के घर गया. फिर मै और जीजा जी बोतल लेने गए. दारु और बियर लेके हम दोनों घर आ गए और ऊपर बने कमरे में सारा सामान रख दिया. दीदी ने आज मुर्गा बनाया था. हम दोनों 8:30 बजे पीने बैठ गए. मै और जीजा जी बाते करते हुए पीने लगे. मैंने 2 बोतल बियर खत्म कर दी और जीजा जी ने काफी पेग दारु पी ली. Didi ko choda sex story

जीजा जी बिलकुल नशे में हो गए. मै उन्हें नीचे ले आया और दीदी ने उन्हें खाना दे दिया. मगर जीजा जी ने बस थोड़ा बहुत खाया और वो सोने चले गए. दीदी ने आपने बेटे को खाना खिला के सुला दिया और हम दोनों अब ऊपर बने कमरे में आ गए. वहाँ मै और दीदी बियर पीने लगे. दीदी सिर्फ एक नाइटी पहने हुए थी. दीदी ने कुछ ही देर में 2 बोतल बियर पी ली. अब सिर्फ हमारे पास जीजा जी की बची हुई दारु पड़ी थी. दीदी ने मेरा और खुद का पेग बनाया और हम दोनों हलके हलके पीने लगे. दीदी की नाइटी से मुझे उनके निप्पल दिख रहे थे और मेरा लंड खड़ा हो गया था.

मै – दीदी क्या जीजा जी को बिलकुल नहीं पता है कि आप भी ड्रिंक करती हो?

दीदी – भाई ये सिर्फ मेरे टाइम पास बॉयफ्रेंड थे, मै इनके साथ घूमने जाती थी. हमारे बीचे चुदाई भी हुई थी और ये उसे प्यार समझ बैठे. मगर कमाते अच्छा थे तो मैंने भी मम्मी पापा से इनके लिए हाँ कर दी.

मै – दीदी जीजा जी को तो पता ही नहीं की कितनी जंगली बिल्ली से उनका पला पड़ा है. अगर किसी दिन उन्हें पता चल जाये, तो कही हार्ट अटैक न आ जाये.

दीदी – हाहाहा ऐसा कभी नहीं होगा! वैसे जंगली बिल्ली तो प्रिया भी है, मैंने देखा है तुम दोनों को चुदाई करते हुए, तू भी कम नहीं है, बिलकुल सांड जैसा चढ़ जाता है प्रिया पर.

मै – दीदी मै जानता हूँ, आप हम दोनों को चुदाई करते हुए देख रही थी. वैसे दीदी, प्रिया दीदी इतनी अच्छी है टु उनका पति उनकी चुदाई क्यों नहीं करता है?

दीदी – भाई शादी शुदा लाइफ शुरुआत में अच्छी होती है, मगर जहां कुछ साल निकले सब ठंडा हो जाता है और बच्चा होम के बाद बिलकुल कम. प्रिया क्या, तू अपने जीजा जी को देख ले, 2 हफ्ते से उन्होंने मुझे नहीं चोदा है.

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मै – सच में दीदी! आपने 2 हफ्ते से चुदाई नहीं की है? शादी से पहले तो आप रोज सेक्स करती थी.

दीदी – भाई शादी के बाद तेरे जीजा जी भी रोज चुदाई करते थे. मगर हलके हलके सब कम हो गया. अब तो मुझे बैगन और मूली से खुद की चूत को ठंडा करना पड़ता है.

मै – तो दीदी आप अपने किसी पुराने बॉयफ्रेंड के साथ सेक्स कर लो.

दीदी – भाई मन तो मेरा भी होता है, मगर बाहर सेक्स करना आसान नहीं है! अगर में उसे घर भी बुलाऊंगी, तो वो मोहल्ले वालो की नज़र में आ जायेगा. तू मेरा भाई है इसीलिए कोई शक नहीं करता है.

दीदी नशे की हालत में मुझे अपनी चुदाई की इच्छा बता रही थी और मै समझ गया था कि दीदी की चूत को भी लंड चाहिए. इसीलिए मैंने प्रिया दीदी की गांड मारने वाली बात फिर कर दी.

मै – दीदी आप मेरे लिए कुछ करो ना, ताकि प्रिया दीदी मुझे अपनी गांड दे दे. मुझे उनकी गांड बहुत मस्त लगती है और उनकी गांड कितनी बड़ी है.

दीदी – अच्छा प्रिया की गांड बड़ी है, इसका मतलब तू मेरी भी गांड देखता होगा? मेरी तो प्रिया से भी बड़ी है.

दीदी, प्रिया की गांड की बात से जल रही थी, इसीलिए वो अब मुझसे अपनी गांड की तारीफ सुनना चाह रही थी.

दीदी – सच बता भाई क्या तू मेरी भी गांड देखता है? तुझे मेरी कसम है!

मै – हाँ दीदी मै आपकी गांड भी देखता हूँ.

दीदी – तो तुझे मेरी गांड पसंद है या प्रिया की?

मै – दीदी आपकी गांड के आगे तो प्रिया दीदी कुछ भी नहीं है.

मैंने अपना हाथ दीदी की जांघ पर रख दिया. दीदी ने मुझे कुछ नहीं कहा.

दीदी – और तुझे क्या पसंद है?

आज दीदी पुरे मूड में लग रही थी और नशे में सेक्स की इच्छा और ज्यादा हो जाती है. मुझे यकीन हो गया था कि आज मेरा काम बन जायेगा.

मै – दीदी आपकी तो चूचियाँ भी प्रिया दीदी से बड़ी है, इन्हे तो देखकर ऐसा लगता है कि ये मेरे हाथ में भी नहीं आएगी.

दीदी ने मेरा हाथ पकड़ के अपनी चूचियों पर रख दिये. मैंने सोचा नहीं था, दीदी ऐसा कर सकती है.

दीदी – तू खुद पकड़ के देख ले कि तेरे हाथ में आएगी या नहीं.

मेरे दोनों हाथ दीदी की चूचियों पर थे. दीदी नाइटी के अंदर बिलकुल नंगी थी. मै उनकी चूचियाँ हलके हलके दबाने लगा. दीदी की गरम साँसे तेज तेज चल रही थी और मै उनकी चूचियाँ दबाता रहा. Didi ko choda sex story

दीदी – भाई प्रिया तेरे लंड से डरती है, वो तुझे कभी अपनी गांड नहीं मारने देंगी. उसने मुझसे खुद कहा था कि तू उसकी गांड मारना चाहता है. मगर वो बहुत डरती है, तेरा लंड भी तो छोटा नहीं है.

दीदी को चोदा हिन्दी सेक्स स्टोरी

दीदी ने लोअर के ऊपर से मेरा लंड पकड़ लिया, जो बिलकुल खड़ा हो चूका था और मेरा मुँह पकड़ के मेरे होंठों को चूसने लगी. दीदी मेरा लंड मसलते हुए, मुझे किस करने लगी. मै भी दीदी के होंठों को चूस रहा था, मगर दीदी तो जैसे मेरे होंठों को खा जाना चाहती थी. उन्होंने लोअर नीचे कर दिया और मेरे लंड मुँह में ले लिया. दीदी की चुसाई से पता चल रहा था कि वो चुदाई की कितनी बड़ी खिलाडी है. वो मेरा लंड पूरा अंदर तक ले रही थी.

दीदी – भाई अगर तुझे प्रिया से ज्यादा मै पसंद हूँ, तो तूने मुझे बताया क्यों नहीं? मै तो समझने लगी थी कि मै मोटी हो गयी हूँ, इसीलिए तू भी मुझे पसंद नहीं करता है.

मै – आप मेरी बहन और दोस्त दोनों हो, मै डरता था, कही मैंने कुछ किया, तो आप मुझसे नाराज ना हो जाओ. वरना मै तो आपको शुरू से पसंद करता हूँ और दीदी आप मोटी नहीं हो, बहुत सेक्सी हो!

दीदी – भाई मै भी तुझे बहुत पसंद करती हूँ, जब भी मै तुझे प्रिया के साथ देखती हूँ. मेरा मन करता है, उसे हटा के खुद तेरे इस लंड की सवारी करू.

मैंने दीदी की नाइटी उतार दी और दीदी अंदर से बिलकुल नंगी थी. दीदी की बड़ी बड़ी चूचियाँ 38 साइज की बाहर आ गयी. दीदी का निकला हुआ गोरा पेट और उनकी गहरी नाभि. मेरा लंड और भी टाइट कर रहा था. दीदी मेरे सामने खड़ी हो गयी और मुझे गले लगाके मेरे होंठों को चूसने लगी. उन्होंने खुद मेरा हाथ पकड़ा और उसे अपनी गांड पर रख दिया. दीदी की गांड कम से कम 42 या 44 साइज की थी. मै दीदी की गांड मसलते हुए उनके होंठों को चूस रहा था. दीदी अपनी जीभ मेरे मुँह के अंदर डाल रही थी और हम दोनों एक दूसरे की जीभ चूस रहे थे. दीदी ने मुझे दीवान पर लिटा दिया और दीदी अपनी चूत मेरे मुँह पर लगा के बैठ गयी. दीदी की चूत पर छोटे छोटे बाल थे और वो गद्दे जैसी फूली हुई थी. दीदी अपनी चूत मेरे मुँह पर रगड़ रही थी और मै अपनी जीभ निकाले उनकी चूत की चटाई कर रहा था. दीदी एक हाथ से मेरा लंड पकड़ के मुठ मर रही थी. कुछ देर चूत चाटने के बाद दीदी मेरे मुँह से उठ गयी और उन्होंने मेरा लोअर उतार दिया. मेरा लंड झटके मार रहा था. मैंने कंडोम निकाला और उसे लंड पर चढ़ाने लगा. Didi ko choda sex story

दीदी – भाई कंडोम रहने दे, मुझे कंडोम के साथ मज़ा नहीं आता है. तू अपना पानी बाहर निकाल देना.

दीदी दीवान के कोने पर अपनी टाँगे फैला के लेट गयी. दीदी की गद्देदार चूत थोड़ी खुल गयी. मै अपना लंड दीदी की चूत के दाने पर रगड़ने लगा.

दीदी – भाई देर मत कर जल्दी से डाल दे, बहुत टाइम से लंड का स्वाद नहीं मिला है मेरी चूत को.

मैंने अपना लंड दीदी की चूत में डाल दिया. दीदी ने एक जोर की सांस भरी और मैंने धक्के लगाना शुरू कर दिए. दीदी हलके हलके आठ उम्म्म ममम की आवाज निकाल रही थी. आज जीजा जी के होते, उन्ही के घर में दीदी मुझसे अपनी चूत को ठंडा करवा रही थी और वो नीचे नशे में सो रहे थे. अभी कुछ ही देर हुई थी, मै धक्के लगा ही रहा था कि मुझे ऐसा लगा, जैसे कुछ आवाज आ रही है. मगर मै फिर भी चुदाई मे लगा रहा. मगर तभी फिर से जोर से आवाज आयी. ये आवाज किसी और की नहीं मेरे भांजे की थी. वो दीदी को बुला रहा था. मगर उसकी मम्मी तो आपने भाई के लंड से मज़े ले रही थी. भांजे की आवाज सुनते ही, दीदी ने मेरा लंड निकाल दिया और जल्दी से नाइटी पहन ली. मैंने भी अपना लोअर पहन लिया. हम दोनों जल्दी से नीचे आ गए. मेरा भांजा अभी सिर्फ 8 साल का है, जो हमेशा दीदी के साथ सोता है. उन्हें पास ना देखकर, वो जाग गया था. दीदी उसे बैडरूम में ले गयी और कुछ ही देर बाद वो सो गया. Didi ko choda sex story

मैंने देखा जीजा जी भी गधे बेच के सो रहे है और उनकी खर्राटे की आवाज जोर जोर से आ रही थी. रात के 10:30 बज रहे थे. दीदी किचन में गयी और खाना गरम करने लगी. मै भी उनके पीछे गया और उन्हें किचन में पकड़ लिया. दीदी और मै किस करने लगे. फिर दीदी नीचे बैठ गयी और मेरा लंड निकालके चूसने लगी. उधर खाना गरम हो रहा था और दीदी मेरा लंड चूस के मुझे गरम कर रही थी. थोड़ी देर लंड चूसने के बाद दीदी ने खाना निकाल दिया. हम दोनों खाना खाने लगे. खाना खाके मै ऊपर वाले कमरे में चला गया. मै दीवान पर लेटा हुआ था, तभी आधे घंटे बाद दीदी आ गयी. ऊपर आते ही उन्होंने अपनी नाइटी निकाल दी. दीदी पूरी नंगी हो गयी. मै भी जल्दी से नंगा हो गया. मगर मुझे अभी भी डर लग रहा था. कही मै दीदी की चुदाई कर रहा हूँ और जीजा जी ना आ जाये.

मै – दीदी क्या अभी ये करना ठीक रहेगा. जीजा जी नीचे सो रहे है, कही वो जाग न जाये.

दीदी – भाई आज तूने मेरी चूत की गर्मी बहुत बढ़ा दी है. जल्दी से इसे ठंडा कर दे वरना मै मर जाउंगी और तेरे जीजा जी सुबह ही उठेंगे. मगर अब तू देर मत कर, देख मेरी चूत कितनी गीली है.

दीदी की चुदाई की कहानी हिन्दी

दीदी ने मेरा हाथ पकड़ के अपनी चूत पर रख दिया. दीदी की चूत गरम होने के साथ साथ बहुत गीली भी थी. दीदी दीवान पर टाँगे फैला के लेट गयी और मेरा लंड पकड़ के जल्दी से चूत में डाल लिया. जोश में तो मै भी बहुत था, मै भी धक्के लगाने लगा और दीदी भी नीचे से धक्के लगा रही थी. मै दीदी की बड़ी बड़ी चूचियाँ दबा रहा था और दीदी अपने मुँह पर हाथ रखकर अपनी आवाज रोक रही थी. मगर फिर भी हलकी हलकी आवाज निकल ही रही थी. मै तेज तेज धक्के लगा रहा था और दीदी मेरे होंठों को चूस रही थी. हम दोनों के नंगे बदन चिपके हुए थे. पूरा कमरा हम दोनों की गर्मी से गरम हो गया था. मेरे लंड पर दीदी की चूत का पानी साफ़ साफ़ दिख रहा था. कुछ देर बाद मैंने अपना लंड निकाल लिया और दीदी ने उसे तुरंत मुँह में ले लिया. दीदी मेरा लंड चाट चाट के साफ़ कर रही रही थी. फिर दीदी मेरे सामने डोगी स्टाइल में खड़ी हो गयी. दीदी की बड़ी मोटी गांड मेरे सामने थी. दीदी ने एक हाथ से अपनी गांड फैलाई और मैंने अपना लंड डाल दिया.

मेरे धक्के से थप थप की आवाज हो रही थी. मगर आज तो दीदी को किसी की परवाह नहीं थी. दीदी की बड़ी बड़ी चूचियाँ आगे पीछे झूल रही थी. मैंने दीदी की चूचियों को पकड़ लिया और उन्हें बड़ी बेदर्दी से मसलने लगा. दीदी के मुँह से दर्द भरी आवाज निकलने लगी.

दीदी – भाई आराम से कर, दर्द हो रहा है.

मगर मै वैसे ही दीदी की चूचियाँ मसलता रहा. दीदी ने मेरा हाथ अपनी चूचियों से हटा दिया और मेरा लंड बाहर निकाल दिया.

दीदी – भाई तू लेट जा, मेरी टांगो में दर्द हो रहा है, मै तेरे ऊपर बैठ जाती हूँ. मै दीवान पर लेट गया और दीदी ने मेरा लंड पकड़ के अपनी चूत में डाल लिया और मेरे ऊपर बैठ गयी. दीदी अपनी कमर तेज तेज चलाने लगी और मेरे सीने पर काटने लगी. दीदी मेरे निप्पल को काट कर रही थी, मेरे सीने को चाट रही थी. दीदी जानती थी की एक लड़के का पानी कैसे निकाला जाता है. मुझे खुद को कण्ट्रोल करना मुश्किल हो रहा था. Didi ko choda sex story

मै – दीदी मेरा होने वाला है, अब ऊपर से हट जाओ.

दीदी – बस थोड़ी देर कण्ट्रोल कर ले, फिर निकाल देना.

दीदी मेरे ऊपर से हट गयी और नीचे लेट गयी. दीदी ने मेरा सर पकड़ के अपनी चूत पर लगा दिया. मै दीदी की पानी से भरी चूत चाटने लगा. थोड़ी देर चूत चाटने के बाद –

दीदी – अब तो नहीं निकल रहा है तेरा.

मै – नहीं दीदी आपकी चूत चाटने से थोड़ा कण्ट्रोल हो गया है.

दीदी ने मेरा लंड पकड़ के अपनी चूत में डाल लिया और मुझे आपने ऊपर झुका के किस करने लगी. दीदी अपने नाख़ून मेरी पीठ पर गड़ा रही थी और मै तेज तेज धक्के लगा रहा था. जैसे ही मेरा पानी निकलने वाला था, दीदी ने मेरा लंड निकल दिया और उसे मुठ मुठियाने लगी. मेरे पानी की धार दीदी की चूचियों तक गयी और मै उनके साइड में लेट गया. हम दोनों की साँसे तेज तेज चल रही थी. मेरा और दीदी का पानी निकल चुका था. मै दीदी को किस करने लगा.

दीदी – आज बहुत दिनों के बाद. इतना अच्छा लग रहा है, तेरी चुदाई ने तो पूरा बदन हल्का हल्का कर दिया. तभी मै कहु की प्रिया और शोभा तेरी तारीफ क्यों करती है. Didi ko choda sex story

मै – दीदी आप भी कहाँ कम हो. जितना अच्छा लंड आप चूसती हो, उतना अच्छा आज तक किसी ने नहीं चूसा है. आप सच में चुदाई की खिलाडी हो.

दीदी – तू भी कहाँ कम है भाई, अगर मुझे पहले पता होता कि तू इतनी अच्छी चुदाई करता है, तो मै तुझसे शादी से पहले चुदवा लेती.

मै – दीदी जब जो होना है, वो तभी होता है. शायद हमारा मिलना अभी ही लिखा था. मै भी शुरू से आपका दीवाना हूँ. दीदी मुझे आपकी गांड मारनी है.

दीदी – भाई तेरा जो मन करे कर लेना. मेरी गांड मारनी है या चूत जो भी, बस आज नहीं, मैंने बहुत टाइम से गांड में नहीं लिया है और अगर तेरा लंड अभी लिया तो तेरा जीजा मेरी आवाज से जाग जायेगा.

मै – ठीक है दीदी जैसा आप कहो.

दीदी – वैसे तेरा लंड तो फिर से खड़ा हो गया, चल आ जा मेरे ऊपर और अपनी बहन की चूत को दुबारा ठंडा कर दे.

दीदी की चुदाई सेक्स कहानी

दीदी और मै फिर से चुदाई में लग गए और इस बार का राउंड और ज्यादा लम्बा चला. दीदी रात के 1 बजे नीचे चली गयी और मै भी सो गया. सुबह 8:30 बजे दीदी ने मुझे जगाया, दीदी नहा चुकी थी. उन्होंने लेग्गिंग्स और टी शर्ट पहनी हुई थी. मैंने दीदी का हाथ पकड़ लिया और उन्हें अपनी तरफ खींच लिया. दीदी की बड़ी बड़ी चूचियाँ टी शर्ट में अच्छी लग रही थी. मैंने दीदी की टी शर्ट उठा दी. दीदी ने नीले रंग की ब्रा पहनी थी. मै ब्रा के ऊपर से ही उनकी चूचियाँ दबाने लगा.

दीदी – भाई थोड़ा सब्र कर, तेरे जीजा जी नहाने गए हुए है. जैसे ही वो चले जायेंगे, फिर जो मर्ज़ी कर लेना.

मै – दीदी आपकी चूचियाँ देखकर कण्ट्रोल नहीं होता है, देखो मेरा लंड कैसे खड़ा है.

दीदी ने लोअर में हाथ डालके मेरा लंड पकड़ लिया.

दीदी – भाई तेरा लंड देखकर तो मेरे मुँह में भी पानी आ रहा है, मगर बस थोड़ा सा इंतज़ार कर ले.

मै – दीदी बस थोड़ी देर के लिए इसे अपनी चूत की गर्मी दे दो.

दीदी – तू मानेगा नहीं चल ठीक है.

दीदी सीढ़ियों के पास खड़ी हो गयी और उन्होंने जल्दी से अपनी लेग्गिंग नीचे कर दी और मेरे लंड पर थूक दिया. दीदी ने अपने हाथ से मेरे लंड पर थूक मल दिया और थोड़ा थूक अपनी चूत पर भी लगा लिया. फिर दीदी सीढ़ियों के पास झुकके खड़ी हो गयी. दीदी ने मेरा लंड पकड़ा और उसे अपनी चूत में डाल लिया. दीदी की चूत में लंड जाते ही मेरे लंड को उनकी चूत की गर्मी मिलने लगी. मैंने धक्के लगाना शुरू कर दिए. मगर 2 ही धक्के मारे थे, जिससे थप थप की आवाज निकल रही थी. Didi ko choda sex story

दीदी – भाई थोड़ा आराम से कर और आवाज मत कर वरना तेरे जीजा जी सुन लेंगे.

मै हलके हलके धक्के लगता रहा. सुबह सुबह शुरुआत ही जब चूत से हो तो सारा दिन भी बहुत अच्छा जाता है. मै धक्के लगता रहा. दीदी भी मज़ा ले रही थी और उनकी चूत गीली हो गयी थी. मुझे सिर्फ 2 ही मिनट हुए थे. तभी नीचे से जीजा जी ने आवाज दे दी. मैंने अपना लंड निकाल लिया. दीदी अपनी लेग्गिंग ऊपर करने लगी मगर तभी मैंने उनका हाथ पकड़ लिया. मैंने देखा दीदी की चूत एक दम साफ़ थी. उसपे छोटे छोटे बाल भी गायब थे.

मै – दीदी रात को तो आपकी चूत पर छोटे छोटे बाल थे मगर अब बिलकुल चिकनी चूत है. आपने बाल कब साफ़ किये?

दीदी – भाई जब सुबह नहा रही थी, तभी बाल साफ़ किये थे, अब तो मेरी चूत को भी तेरा लंड मिलता ही रहेगा, तो थोड़ी मेहनत तो मुझे भी करनी पड़ेगी.

मै नीचे बैठ गया और दीदी की चूत पर मुँह लगा दिया. दीदी की चूत एकदम चिकनी और फूली हुई दिख रही थी. मै अपनी जीभ उसपे फिरा रहा था. तभी जीजा जी की आवाज फिर आ गयी. दीदी ने अपनी लेग्गिंग्स ऊपर कर ली और वो नीचे चली गयी. 2 मिनट बाद मै भी नीचे चला गया. जीजा जी मुझे देखते ही बोले।

जीजा जी – और रोबिन हो गयी नींद पूरी? कल तो मैं भी जल्दी ही सो गया था.

मै – अरे जीजा जी आप तो कल ठीक से खाना भी नहीं खा पाए, इतना ज्यादा नशा हो गया था.

जीजा जी – अरे बस एक ही तो दिन मिलता है, वरना तुम्हारी दीदी पीने कहाँ देती है, मगर मै भी चुप चुप के बाहर पी आता हूँ.

मै – जीजा जी कल तो आप सो गए और आपके हिस्से का लेग पीस पीछे से मैंने खा लिया.

दीदी मेरी तरफ देखकर हलके से स्माइल कर रही थी. वो जानती थी मै किस लेग पीस की बात कर रहा हूँ.

जीजा जी – अरे रोबिन कोई बात नहीं मैंने खाया तूने खाया एक ही बात है.

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मै फ्रेश होने चला गया और जीजा जी नाश्ता करने लगे. जब मै फ्रेश हो गया तब जीजा जी जाने लगे. गेट के पास जाते हुए उन्होंने दीदी के लिप्स पर किस किया और वो चले गए. दीदी ने जैसे ही गेट बंद किया मैंने उन्हें पीछे से पकड़ लिया. दीदी जल्दी से मुड़ी और मेरे गले में हाथ डालके ऊपर उछल के मेरी कमर में पैर बाँध लिए. मै और दीदी एक दूसरे के होंठों को चूसने लगे. मै दीदी को अंदर ले आया. Didi ko choda sex story

दीदी – भाई मुझे बैडरूम में ले चल, आज मै भी प्रिया की तरह तेरे साथ एन्जॉय करना चाहती हूँ.

मै दीदी को उनके बैडरूम में ले आया. दीदी नीचे उतर गयी और जल्दी से मेरी टी शर्ट और लोवर उतार दिया. मैंने भी दीदी की टी शर्ट और लेग्गिंग्स निकाल दी. अब दीदी सिर्फ नीली ब्रा पेंटी में थी. दीदी की पेंटी जाली वाली वी शेप में थी. मै दीदी की ब्रा पेंटी उतारने लगा तो उन्होंने मुझे रोक दिया. दीदी बेड पर लेट गयी और अपनी पेंटी साइड कर दी, दीदी की चूत मेरे सामने थी.

दीदी – देख क्या रहा है भाई, अपनी बहिन की चूत को चाट के ठंडा कर दे.

मैंने अपना मुँह चूत पर लगा दिया और दीदी मेरा सर अपनी चूत पर दबाने लगी.

दीदी – तू क्या कह रहा था मेरे पति से, कि तूने उनके हिस्से का लेग पीस खा लिया और रात में जो तूने मेरी चूत की हालत कर दी थी, वो भी बता देता. कि कैसे जब वो सो रहे थे तो तू उनकी बीवी को चोद रहा था.

मै – अब इसमें मेरी क्या गलती है, आपका पति ही इतनी हसीन बीवी होते हुए भी सो रहा था और मै उसका फ़ायदा न उठाऊ तो काहे का मर्द हुआ.

दीदी – सही कहा भाई जो सोता है वो खोता है. जानता है आज जो ब्रा पेंटी मैंने पहनी है, ये तेरे जीजा जी लाये थे. मगर सबसे पहले तू मुझे इसमें देख रहा है।

मै – दीदी सिर्फ देखूंगा नहीं, आपको चोदूँगा भी और आज तो आपकी बंद पड़ी गांड को भी खोल दूंगा.

दीदी – मै जानती हूँ भाई, इसीलिए तो सुबह ही गांड में तेल लगाया था. मै जानती थी आज मेरे भाई का मोटा लंड मेरी गांड जरूर फाड़ देगा. आज तो पूरा दिन हमारे पास है।

मैंने अपना लंड दीदी की चूत मे डाल दिया और दीदी की चुदाई करने लगा. दीदी अब बिना रोक टोक के आवाज निकाल रही थी.

दीदी – आह्हः ममम ओह्ह्ह्ह और जोर से कर भाई! निकाल दे मेरी चूत की सारी गर्मी. मेरे पति से तो अब उम्मीद नहीं है, तू मेरी चूत को ठंडा कर दे.

मै दीदी की चुदाई करता रहा और उनका पानी निकल गया. मेरा लंड अभी खड़ा था और डोगी स्टाइल में दीदी झुक गयी.

दीदी – भाई आज अपनी इच्छा भी पूरी कर ले.

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दीदी की गांड का छेद मुझे और ज्यादा जोश दिला रहा था. मैंने ढेर सारा थूक अपने लंड लगाया. और उसे दीदी की गांड में डालने लगा. मै बहुत हलके हलके अपना लंड डाल रहा था. जैसे ही मेरा सुपाड़ा दीदी की गांड में गया उनके मुँह से आह्ह्ह्ह की आवाज निकली और उन्होंने मुझे रोक दिया. मै अपने सुपाड़े को ही अंदर बाहर करने लगा. दीदी की गांड कुछ ही देर में मेरे सुपाड़े को आराम से अंदर बाहर होने दे रही थी. मैंने हलके हलके अपना बचा हुआ लंड भी अंदर डाल दिया. मगर इस बार दीदी ने मुझे नहीं रोका. शुरू में हलके हलके धक्के लगाता रहा फिर मेरे धक्के तेज होते चले गए. दीदी की गांड का छेद काफी टाइट था और मेरे लंड पर पूरी पकड़ बनाये हुए था. मै बीच बीच में अपना लंड निकाल लेता तो दीदी की गांड का छेद बिलकुल खुल जाता था मगर दीदी की पॉटी मेरे लंड पर लगी हुई थी. मगर मुझे तो इस टाइम दीदी की कसी हुई गांड का मज़ा मिल रहा था. Didi ko choda sex story

दीदी की कसी हुई गांड के आगे टिकना मुश्किल हो रहा था और जल्दी ही मैंने भी तेज धक्को के साथ अपना पानी दीदी की गांड में डाल दिया. मै दीदी की बगल में लेट गया और मेरे लंड पर अभी भी दीदी की पॉटी लगी हुई थी. दीदी ने मुझे लंड धोने के लिए बोला. मै लंड धोके आ गया और दीदी मेरे ऊपर आ गयी. मै और दीदी एक दूसरे को किस कर रहे थे और फिर हमने एक बार और चुदाई की. फिर जब मेरे भांजे के आने का टाइम हुआ तब मै वहाँ से निकल गया. दीदी और मेरा चक्कर अभी भी चल रहा है. प्रिया दीदी भी हफ्ते में आती रहती है. मगर मेरा लंड मेरी दीदी ज्यादा निचोड़ देती है.

तो ये कहानी आपको कैसी लगी कमेंट करके ज़रूर बताना। धन्यवाद!

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