पति से चुदने के चक्कर में भाई से चुद गई

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आज आपको अपनी एक सनसनी सेक्स स्टोरी सुनाने जा रही हूँ। ये सेक्स कहानी मेरे और मेरे भाई के बिच की है। ये गलती से चुदने की कहानी है। ये मेरी सच्ची सेक्स कहानी है जो आप लोगों के सामने नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम के माध्यम से आप सब के सामने पेश कर रही हूँ। मुझे आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विस्वास है आपको मेरी सच्ची सेक्स कहानी जो मेरे और मेरे भाई के बिच में है वो सुनाने जा रही हूँ।

मेरा नाम आशा है। शादी को छह महीने हो गए हैं। शादी के बाद ही मैं अपने पति के पास मुंबई आ गई थी ऐसे मैं लखनऊ की रहने वाली हूँ। मेरी शादीशुदा ज़िंदगी बहुत ही अच्छी है, किसी चीज की कोई कमी नहीं है भगवान् से मनाती हूँ बस ऐसी ही ज़िंदगी चलती रहे। मेरा पति सतीश मुझे बहुत प्यार करते हैं वो मुझे हरेक चीज में खुश करते हैं चाहे मेरी चुदाई की हो या मेरे ऐशोआराम की बात हो मैं खुश हूँ। वो मुझे सेक्स के लिए कभी भी जबरदस्ती नहीं करता पर जब मैं आतुर हो जाती हूँ सतीश का लंड अपनी चूत में लेने के लिए पर आज तक का रिकॉर्ड है शादी के बाद 1 दिन भी ऐसा नहीं गया जब मैंने सतीश का मोटा लंड अपनी चूत के अंदर ना लिया हो।

तो यह सब कैसे हो आप मैं आपको बताने जा रही हूं। असल में मेरे ससुराल में मेरी ननद के शादी लग गई थी इस वजह से हम लोगों को मुंबई से लखनऊ आना पड़ा। और शादी विवाह का घर तो आपको पता है भीड़ भाड़ होता है ना सोने का जगह है ना बैठने का न सोने का जिसको जहां जो जुगाड़ मिलता है वहीं पर सो जाता है खाना खा लेता है ऐसा ही होता है अक्सर हमारे भारतीय समाज में खासकर मिडिल क्लास में। तो जब मैं ससुराल आई तो कई सारे रिश्तेदार आए हुए थे इस वजह से हम लोगों का जो कमरा था वह भंडार कक्ष बन चुका था तो हम लोग गर्मी के दिन में छत पर ही हमेशा सो जाया करते थे।

जिस दिन मंडप था उस दिन की बात है काफी रात हो गया था जब मैं छत पर गई तो चारों ओर अंधेरा था और नीचे बड़ी-बड़ी लाइट जलने की वजह से छत के ऊपर साफ-साफ कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। रात करीब 1:00 बज रहा था सब लोग सो रहे थे मैं भी चुपचाप जहां पर कल सोई थी वहीं पर सो गई। मेरे बगल में 1 दिन पहले मेरे पति सोए थे तो मुझे लगा मेरे पति सोए हुए हैं। मैं उनके बगल में लेट गई और करीब आधे घंटे तक नींद लाने का प्रयास कर रही थी पर सेक्स के बिना मुझे कभी नींद नहीं आया था आज तक। तो मैंने अपने पति के लंड में अपना गांड हटा ली और होले होले से हिलाने लगी।

बिना कुछ बोले क्योंकि वहां पर कुछ बोलती या ज्यादा हलचल करती तो सब लोगों को पता चल जाता कि हम लोग कुछ कर रहे हैं इस वजह से ऐसा होता है कि जब आप भीड़ भाड़ में हो तो चुपचाप काम निकाल लेते हैं आप मैं काम ही निकाल रही थी। नाइटी पहनी हुई थी। अपनी गांड को गोल गोल घुमा घुमा कर लंड से टच कर रही थी। तभी लैंड मोटा और लंबा होने लगा था मुझे महसूस हो गया कि हां मेरा पति जाग गया है और अब काम बन जाएगा चुपचाप किसी को कुछ पता भी नहीं चलेगा। लंड बहुत मोटा और लंबा हो गया था। अब धीरे से उन्होंने मेरा नाइटी ऊपर किया मेरे पेंट नीचे कि मैं भी पूरे गांड सटा दी उनके लंड में।

उन्होंने अपना लंड निकाला मेरे चूत के छेद बदरखा और पीछे से ही घुसा दिया जब पूरा लंड मेरी चूत के अंदर चला गया तो काफी मोटा लग रहा था। मैंने हौले से बोला आज क्या बात है बहुत मोटा है पर कोई जवाब नहीं आया और मुझे जवाब चाहिए भी नहीं था मैं गांड को को आगे पीछे करने लगी वह भी पीछे से धक्के देने लगा। मुझे बहुत अच्छा लग रहा था मैंने खुद उसके हाथ पकड़कर अपने चुचियों पर रख दिया वह चूचियों को मसलने लगा। मेरी चूचियां बहुत ही टाइट और सॉलिड है जब वह मेरी चूचियों को दबाता था तो मुझे और भी ज्यादा सेक्स आता था तो मैं जोर-जोर से अपने गांड को धक्का देने लगे।

अब वह मेरी चूचियों को मसलते हुए मेरी गांड के पीछे से मेरी चूत के अंदर डाल रहा था। तभी किसी को जगने की आवाज छत पर हुई और हम दोनों ही शांत हो गए पर 10 मिनट में ही फिर से हम दोनों चालू हो गए और जल्दी-जल्दी सेक्स करके मैंने अपनी वासना की आग को शांत किया। और आराम से सो गई थोड़ा सा दूरी बनाकर क्योंकि छत पर सो रहे हो आप और वह भी ससुराल में और भी लोग सोए हुए थे तो थोड़ा डिस्टेंस बनाना जरूरी हो जाता मैंने भी वैसे ही डिस्टेंस बना कर सो गई।

जैसे ही सुबह मेरी नींद टूटी मैं हैरान रह गई मेरे बगल में मेरा पति नहीं बल्कि मेरा भाई सोया हुआ था मेरा बड़ा भाई जो मेरे से 1 साल बड़ा है। मैं हैरान रह गई क्या कर दी मैंने मैं अपने भाई से चुद गई पति से चुदने के चक्कर में मैंने अपनी चूत अपने भाई को दे दी। जो होना था हो गया फटाफट करना सीढ़ियों से नीचे उतरने लगी नीचे ही मिल गया। मैंने पूछा आप कल कहां सोए उन्होंने कहा मैं निलेश के छत पर सो गया था क्योंकि अपने छत पर काफी भीड़ हो गया था इस वजह से मुझे लगा कि नीलेश के छत पर ही सो जाना अच्छी बात है मैं उसी के घर सोने चला गया उसी के छत पर।

मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था मैं क्या करूं मेरा भाई क्या सोचेगा क्योंकि शादी गलती मेरी थी मैंने ही उकसाया था। तभी मेरा भाई भी छत से नीचे उतर आया मैंने अपनी नजरें झुका ली। तभी मेरा पति वहां से चला गया मेरा भाई बोला रात को बहुत मजा आया। उसने पूछा क्या तुम्हें मजा आया मैं क्या करती मैं सर हिला कर कह दी हां।

उस रात की गलती ने मेरी जिंदगी बदल दी अब मेरा भाई मुझे ऐसे चोदता है मानो कि मैं उसकी दूसरी बीवी हूं। अब तो भाभी के साथ-साथ मुझे भी चोदने लगा है क्योंकि अभी मैं 3 महीने से अपने मायके में आई हुई हूं तो मायके में आने पर तो उसको और भी ज्यादा मौका मिल गया फिर यहां से सीधे मुंबई जाऊंगी और हां भाई से चोदना मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर यह मेरी पहली कहानी है दूसरी कहानी जल्दी इस वेबसाइट पर लिखने वाली हो तब तक आप सभी दोस्तों को मेरा प्यार भरा नमस्कार।

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